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लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि पार्टी के बसपा सरकार पर लगाए एक और घोटाले के आरोप पर भारतीय नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक कार्यालय ने अपनी मुहर लगा दी है। यह घोटाला उत्तर प्रदेश सरकार के स्वामित्व वाली 11 चीनी मिलों में हिस्सेदारी के विनिवेश से जुड़ा है। इसमें जनता के 2000 करोड रूपयों की लूट की गई है।
शाही ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि मायावती सरकार में ऐसा कोई मंत्रालय नहीं बचा है, जिसमें उगाही नहीं की गई। उन्होंने कहा कि उगाही में मुख्यमंत्री मायावती की सीधी संलिप्तता है, बगैर उनकी सहमति के मंत्री और नौकरशाह इतने निरंकुश नहीं हो सकते हैं, कि वो प्रदेश के खजाने को दोनों हाथ से खुलेआम लूटना शुरू कर दें, भारतीय जनता पार्टी बहुत जिम्मेदारी के साथ सीबीआई से मांग करती है कि वो सभी विभागों की हर लेनदारी और देनदारी की सामुहिक जांच करे।
शाही ने कहा कि कैग ने कई बिंदुओं पर राज्य सरकार को दोषी पाया है। मुख्यमंत्री मायावती ने सरकार में आते ही पहला एजेंडा यही तय किया कि प्रदेश को लूटने की नीति क्या हो? इसलिए उन्होने 2007 में सत्ता में आने के महज डेढ महीने बाद ही मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश चीनी निगम की 11 चीनी मिलों में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी, नियम भी केंद्र की 2जी घोटाले की तर्ज पर ही बनाये गए थे, जिससे मायावती की चहेती कंपनी को ही फायदा मिल सके। इस चहेती कंपनी वेब इंडस्टीज और पीबीएस फूड्स के मालिक शराब व्यवसायी गुरमीत सिंह चड्डा उर्फ पोंटी चड्डा हैं, जिनकी नजदीकी प्रदेश मुख्यमंत्री से जगजाहिर है।
शाही ने कांग्रेस और बसपा पर यह भी आरोप लगाया कि दोनों ही पाटियों ने एक साझा समझौते के तहत देश और प्रदेश को लूटा है, कांग्रेस केंद्र में लूटती रही, जिसे बसपा का समर्थन हासिल रहा तो केंद्र से प्रमाण-पत्र हासिल कर बसपा उत्तर प्रदेश को लूटती रही। उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की कि वह इस लुटेरी सरकार को सत्ता से बेदखल करे।