स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत-अमरीकी सीएजी में विचार-विमर्श

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

नई दिल्ली। अमरीका और भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षकों ने आपसी सहयोग की आवश्‍यकता पर बल दिया है। अमरीका के लेखा महानियंत्रक जीन डोदारो ने सोमवार को भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) विनोद राय से मुलाकात की। अमरीका में गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की तरह काम करता है। जीन डोदारो और विनोद राय ने आपसी हित के मुद्दों पर लंबा विचार-विमर्श किया।
जीन डोदारो ने भारत के सीएजी के अपने अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के प्रयासों और उसके बुनियादी ढांचे की सराहना की। उन्‍होंने भारतीय लेखा परीक्षण सेवा के अधिकारियों के कामकाज की सराहना की और कहा कि उनकी गणना विश्‍व में काफी ऊंचे स्‍तर पर की जाती है। उन्‍होंने सीएजी द्वारा न केवल दक्षिण-दक्षिण एशिया सहयोग के लिए बल्कि सर्वोच्‍च लेखा संस्‍थानों की सहायता के लिए अपने प्रशिक्षण संस्‍थान बनाने की पेशकश की प्रशंसा की।
विनोद राय ने अमरीका के महानियंत्रक का स्‍वागत किया और दोनों संस्‍थानों के बीच घनिष्‍ठ संबंधों को दोहराया। उन्‍होंने जीन डोदारो और डोनर स्‍टेयरिंग कमेटी को आश्‍वासन दिया कि भारतीय लेखा परीक्षण और लेखा विभाग के पास उपलब्‍ध प्रशिक्षण की सुविधा को आईएनटीओएसएआई समुदाय के अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए उपलब्‍ध कराया जाएगा। अमरीका में महानियंत्रक का पद संभालने के बाद जीन डोदारो की पहली भारत यात्रा है। उन्‍होंने करीब डेढ़ वर्ष पहले यह पद संभाला और वह 15 वर्ष तक इस पद पर बने रहेंगे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]