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लखनऊ। विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग लखनऊ ने इस बार भी लखनऊ के राजाजीपुरम में सर्वांगीण विकास भारती के तत्वाधान में मां भारती विद्यालय में एक होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर आयोजित किया जिसमें 4 वरिष्ठ चिकित्सकों डॉ जितेंद्र नाथ तिवारी, डॉ भरत लाल त्रिपाठी, डॉ देव कृष्ण गुप्ता एवं डॉ मनोज शर्मा ने 172 मरीजों का निःशुल्क इलाज किया एवं दवाएं दीं। यह शिविर, विभाग सेवा प्रमुख आचार्य वेद प्रकाश गुप्ता के संयोजकत्व में लगाया गया।
शिविर में आए विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र सेवा प्रमुख राधेश्याम द्विवेदी ने कहा एक भगवान मंदिर में एवं दूसरे भगवान डाक्टर हैं, जो समाज में जीवित घूम-घूमकर लोगों के कष्ट हरते हैं। उन्होंने कहा विश्व हिंदू परिषद का कार्य संपूर्ण विश्व के हिंदुओं का स्वाभिमान जागृत कर भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को विकसित करना रहा है। विहिप का लक्ष्य सेवा के माध्यम से डाक्टर और रोगी के बीच ‘सिमपैथी’ जागृत करके एक दूसरे के प्रति समर्पण भाव को पैदा करना है। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि विहिप का सेवा लक्ष्य निःस्वार्थ सेवा है, जबकि इसाई देश में सेवा के माध्यम से धर्मांतरण कर रहे हैं, जिससे आज राष्ट्रांतरण का खतरा उत्पन्न हो गया है।
द्विवेदी ने कहा कि होम्योपैथी दवा अचूक है, इसके लिए धैर्य की आवश्यकता है। धन्य हैं होम्योपैथ डाक्टर जो इस पद्धति को जीवित रखते हुए इसके विकास के लिए लगे हुए है, आज समाज में अनेक समस्याएं हैं, हमको अपने धर्म और संस्कृति के आधार पर उनका समाधान खोजना होगा। शिविर का संचालन विहिप जिला मंत्री कृष्ण कुमार मिश्र ने किया। वृत निवेदन आचार्य वेद प्रकाश गुप्त ने रखा। अध्यक्षता दया शंकर अवस्थी देवेश ने की। आये हुए महानुभावों का आभार संस्था के अध्यक्ष राजकिशोर मौर्य ने व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया कि लखनऊ के प्रत्येक प्रखंड में सेवा कार्य प्रारंभ किए जाएंगे।