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Thursday 21 March 2013 10:56:56 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पुस्तक 'द फस्ट वूमन प्रेसिडेन्ट ऑफ इंडिया : रीइन्वेंटिंग लीडरशिप, श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल' की प्रति प्राप्त की। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल के कार्यों और जीवन पर लिखी इस पुस्तक की लेखिका हैदराबाद स्थित अंग्रेजी एवं विदेश भाषा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुनैना सिंह हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि श्रीमती पाटिल इस गरिमापूर्ण कार्यालय में उनकी पूर्ववर्ती थीं और यह इस अवसर को और भी विशेष बना देता है। उन्होंने कहा कि प्रतिभा पाटिल अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत से ही भारतीय समाज के ताने-बाने को समय-समय पर हिलाने वाली बुराइयों के खिलाफ लड़ने में अग्रसर रहीं। यह पुस्तक उनकी सामाजिक बुराइयों जैसे रैगिंग, महिला भ्रूण हत्या, महिला शिशु हत्या, बाल विवाह, दहेज और मद्यपान को समाप्त करने में किये गए कार्य की समीक्षात्मक जांच करने का एक प्रयास है।
राष्ट्रपति ने प्रतिभा देवीसिंह पाटिल की परंपरा की मूल-भूत रूपरेखा की बेहतरीन प्रस्तुति के लिए प्रोफेसर सुनैना सिंह की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पुस्तक भारतीय राज्य व्यवस्था और सार्वजनिक जीवन के अनुयायियों के लिए ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत बनेगी। इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कृष्णा तीरथ और महाराष्ट्र के कृषि मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल आदि गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।