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Tuesday 11 June 2019 04:21:33 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी दिल्ली में अपने आवास पर भारत सरकार के सचिवों के साथ विचार-विमर्श किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि सचिवों के पास देश को आगे ले जाने के लिए दृष्टिकोण, प्रतिबद्धता और ऊर्जा है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस समूह पर गर्व है। मंत्रिमंडल सचिव पीके सिन्हा ने इस अवसर पर बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी निदेशक और उपसचिव स्तर तक के सभी अधिकारियों के साथ सीधे तौरपर बातचीत की गई थी। बातचीत में मंत्रिमंडल सचिव ने दो महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में चर्चा की, जिन्हें क्षेत्रवार सचिवों के समूहों के सामने रखा जाएगा, पहला सुपरिभाषित लक्ष्यों के साथ प्रत्येक मंत्रालय के लिए पंचवर्षीय योजना का दस्तावेज और दूसरा प्रत्येक मंत्रालय में महत्वपूर्ण असरदार निर्णय, जिनके लिए 100 दिन के भीतर मंजूरी प्राप्त की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2014 में सचिवों के साथ अपनी पहली बातचीत का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि हाल के आम चुनाव में सरकार समर्थक वातावरण तैयार हुआ, जिसका श्रेय उन्होंने अधिकारियों और सचिवों की टीम को दिया। उन्होंने कहा कि इन पांच वर्ष के दौरान उन्होंने कड़ी मेहनत की, योजनाएं तैयार कीं और विशिष्ट परिणाम प्राप्त किए। उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव एक सकारात्मक मतदान का प्रतीक रहा है, जो आम आदमी अपने दैनिक अनुभवों के आधार पर महसूस करता है, उस विश्वास से उत्पन्न हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के मतदाताओं ने अगले पांच वर्ष के लिए अपना दृष्टिकोण निर्धारित किया और अब यह हमारे लिए एक अवसर है। उन्होंने कहा कि हमें जनाकांक्षाओं को एक चुनौती के रूपमें नहीं देखना है, बल्कि एक अवसर के रूपमें देखना है। उन्होंने कहा कि इस जनादेश से यथास्थिति से बदलाव के लिए लोगों की इच्छाओं और आकांक्षाओं का पता चलता है और वे अपने लिए एक बेहतर जीवन चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनसंख्या विज्ञान का कारगर इस्तेमाल करना हमारे लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनाने में केंद्र सरकार के प्रत्येक विभाग और प्रत्येक राज्य के सभी जिलों की भूमिका होगी। उन्होंने मेक इन इंडिया पहल के महत्व और इसकी प्रगति की जरूरत के बारे में भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि कारोबारी सुगमता के क्षेत्र में भारत की प्रगति से छोटे कारोबारियों और उद्यमियों के लिए अधिकाधिक सुविधा का पता चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मंत्रालय को जीवन सुगमता पर ध्यान केंद्रित करे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जल, मत्स्यपालन और पशुपालन भी सरकार के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्र होंगे। उन्होंने सभी से प्रत्येक विभाग के परिणामों और दक्षता में सुधार लाने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी विभागों के लिए देश की आजादी के 75वें वर्ष के आगामी लक्ष्य को निर्धारित करने की जरूरत है, जो लोगों को देश की बेहतरी के लिए योगदान करने हेतु प्रेरित करेगा। उन्होंने सचिवों का आह्वान करते हुए कहा कि लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए वे पूरे जोर-शोर से जुट जाएं। बातचीत के दौरान सचिवों ने अनेक विषयों पर अपने दृष्टिकोण और विचार साझा किए जैसे प्रशासनिक निर्णय प्रक्रिया, कृषि, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी पहल, शैक्षिक सुधार, स्वास्थ्य सेवा, औद्योगिक नीति, आर्थिक विकास, कौशल विकास आदि। इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।