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Friday 14 June 2019 12:27:42 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने दिल्ली मेंकेंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालयों में उच्चशिक्षा के क्षेत्र में चल रहे कार्यक्रमों एवं प्रगति की समीक्षा की। डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने बैठक में कहा कि विश्वविद्यालयों को रोज़गारपरक शिक्षा पर बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोज़गारपरक शिक्षा के माध्यम से देश में व्याप्त बेरोज़गारी की समस्या से भी निपटा जा सकता है।
एचआरडी मंत्री ने विभिन्न विश्वविद्यालयों में अवस्थापना एवं रखरखाव से संबंधित आवश्यकताओं की भी समीक्षा की तथा मंत्रालय का सहयोग सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पड़े पदों पर चिंता जाहिर की और यूजीसी को निर्देश दिया कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को शीघ्र भरने का खाका तैयार किया जाए, ताकि नई पीढ़ी को गुणवत्तापरक शिक्षा का लाभ मिल सके। एचआरडी मंत्री ने सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को विश्व रैंकिंग में सुधार लाने के लिए रोडमैप तैयार करने को कहा।
डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने उम्मीद जताई कि कठिन परिश्रम, गुणवत्तापरक शिक्षा और शोध के बल पर हम शीघ्र ही विश्व के शीर्ष संस्थानों में अपना नाम दर्ज करा पाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय देश में गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ावा देने के सबसे सशक्त माध्यम हैं और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मंत्रालय की तरफ से इन्हें जो भी सहयोग चाहिए, उसे पूरा किया जाएगा।