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Saturday 15 June 2019 02:19:01 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा अनुसंधान तथा विकास संगठन मुख्यालय में देश में रक्षा टेक्नॉलाजी के क्षेत्र में अनुसंधान तथा विकास गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी और वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने रक्षामंत्री को विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें हाल की उपलब्धियों, प्रमुख चालू परियोजनाओं के ब्यौरे तथा डीआरडीओ के रोडमैप को शामिल किया गया था। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को डीआरडीओ की विकसित तथा सशस्त्रबलों की स्वीकृत अत्याधुनिक टेक्नॉलाजी तथा प्रणालियों की भी जानकारी दी गई।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के संकल्प और समर्पण की सराहना की और उन्हें निर्देश दिया कि उन्हें राष्ट्रीय महत्व के अग्रणी कार्यक्रमों पर अपनी ऊर्जा केंद्रित करनी चाहिए। उन्होंने शिक्षा तथा उद्योगजगत में डीआरडीओ की पहलों की सराहना की। रक्षामंत्री ने कहा कि व्यापक वैज्ञानिक सोच और उत्पादन आधार बनाने के लिए इस तरह की बातचीत होती रहनी चाहिए, जो अनुसंधान तथा रक्षा उत्पादन में प्ररेक होगी। राजनाथ सिंह ने ‘रोडमैप ऑफ डीआरडीओ’ पुस्तिका का लोकार्पण किया, जिसमें डीआरडीओ के अनुसंधान तथा विकास गतिविधियों के अगले दस वर्ष के लक्ष्य दिए गए हैं।
रक्षामंत्री ने राष्ट्रीय रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाने और सेटेलाइट रोधी क्षमता, 4.5 जेनरेशन लड़ाकू विमान, विमान में प्रारंभिक चेतावनी तथा नियंत्रण प्रणाली, बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम जैसी अग्रणी रक्षा प्रौद्योगिकी वाले देशों के क्लब में भारत को शामिल कराने के लिए डीआरडीओ को बधाई दी। इससे पहले डीआरडीओ भवन पहुंचने पर रक्षामंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति तथा प्रख्यात मिसाइल वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।