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Friday 21 June 2019 03:26:24 PM
नई दिल्ली। लोकसभा में तीन तलाक बिल को पेश करने को लेकर हुई वोटिंग में विपक्ष की शिकस्त के बाद आज पुनः तीन तलाक बिल लोकसभा में पेश कर दिया गया है। तीन तलाक बिल पेश किए जाने के समर्थन में 186 वोट पड़े, जबकि विरोध में 74 मत। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से तीन तलाक विधेयक को पुन: पेश करने को कहा फिर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विधेयक को पुन: पेश किया। कांग्रेस ने इस बिल का विरोध किया है, एनडीए के घटक दल जनता दल यू ने भी तीन तलाक बिल से किनारा किया है। एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैशी ने भी इस बिल का विरोध करते हुए कहा है कि यह आर्टिकिल 14 और 15 का उल्लंघन है और यह बिल मुस्लिम महिलाओं के हक में नहीं है।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स्पष्ट किया कि यह बिल संवैधानिक प्रक्रिया के तहत लाया गया है। उन्होंने कहा कि यह बिल मुस्लिम महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए बेहद जरूरी है। कांग्रेस और विपक्ष के सदस्यों के कड़े विरोध के कारण तीन तलाक बिल को लोकसभा में पेश किए जाने को लेकर वोटिंग कराई गई। ध्वनिमत से बिल को पारित कराने पर विपक्ष ने आपत्ति की थी खासतौर से कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी ने इसपर वोटिंग की मांग की थी और कहा था कि यह बिल वैधानिक तरीके से लाया जाना चाहिए, जिसपर मतदान हुआ। असदुद्दीन ओवैसी कह रहे थे कि तीन तलाक बिल पर आपको मुस्लिम महिलाओं से इतनी हमदर्दी है तो केरल की महिलाओं के प्रति ऐसा क्यों नहीं है, अध्यक्षजी मैं आपके माध्यम से सरकार से पूछना चाहता हूं कि सबरीमाला पर इनका रुख क्या है?