स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 25 June 2019 06:25:58 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने आज दिल्ली में पूर्वोत्तर परिषद शिलांग के न्यूज़लेटर के तीसरे अंक का विमोचन किया। न्यूज़लेटर में जुलाई 2018 से मार्च 2019 के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र परिषद की कुछ पहलों का उल्लेख किया गया है। यह न्यूज़लेटर एनईसी की वेबसाइट www.necouncil.gov.in पर अपलोड किया जाएगा। डॉ जितेंद्र सिंह ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों में जीवनयापन की स्थिति में सुधार लाने के लिए उनके प्रयासों की सराहना की। एनईसी के सचिव श्रीराम मुईवा और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में सचिव डॉ इंद्रजीत सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पूर्वोत्तर विकास राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक स्तरपर विकास कार्य जारी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर राज्यों का विकास भारत सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि नई सरकार 5 वर्ष के विकास प्रयासों की परंपरा और पूर्वोत्तर राज्यों में बुनियादी ढांचा तथा वहां के लोगों के जीवनयापन के स्तर में सुधार लाने का कार्य जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2018 में पूर्वोत्तर परिषद का पुनर्गठन किया गया था और गृहमंत्री को इसके अध्यक्ष के रूपमें और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री को उपाध्यक्ष के रूपमें नामांकित किया गया था। डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि अमित शाह 3 और 4 अगस्त को गुवाहाटी में पूर्वोत्तर परिषद की बैठक के पूर्ण सत्र की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के 7 राज्यों के संतुलित और समन्वित विकास तथा इन राज्यों में प्रभावी तालमेल में सहायता प्रदान करने के लिए पूर्वोत्तर परिषद अधिनियम 1971 द्वारा पूर्वोत्तर परिषद का गठन किया गया था, बाद में पूर्वोत्तर परिषद अधिनियम में दिसंबर 2002 में संशोधन करके सिक्किम को आठवें सदस्य राज्य के रूपमें इस परिषद में शामिल किया गया था।
राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि एनईसी पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए वैधानिक क्षेत्रीय योजना निकाय के रूपमें कार्य करने का अधिकार दिया गया था। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि 47 वर्ष में पूर्वोत्तर परिषद ने एनईपीए, एनईईपीसीओ, एनईआरएएमएसी, एनईआरआईएसटी, आरआईपीएएन, एनईआरआईडब्ल्यूएएलएम, आरआईएमएस जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि परिषद की आमतौर पर एक वर्ष में दो बैठकें आयोजित की जाती हैं। पुनर्गठित परिषद की पहली पूर्ण बैठक स्थापना के बाद से 67वीं तत्कालीन गृहमंत्री और परिषद के अध्यक्ष के नेतृत्व में 8-9 जुलाई 2018 को शिलांग में हुई थी और एनईसी की अगली पूर्ण बैठक इस साल अगस्त में गुवाहाटी (असम) में आयोजित की जाएगी।