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Wednesday 26 June 2019 04:04:37 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने हज-2019 के प्रतिनियुक्तियों के लिए ओरीएंटेशन और प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा है कि केंद्र सरकार ने हज यात्रियों की सुरक्षा और उनके लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं और इस संबंध में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि केंद्र सरकार ने ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ हज सब्सिडी में होने वाला छलकपट समाप्त कर दिया है और आजादी के बाद पहलीबार इस वर्ष सब्सिडी के बिना रिकॉर्ड संख्या में दो लाख भारतीय मुस्लिम हज जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस ईमानदार और पारदर्शी प्रणाली ने सुनिश्चित किया है कि हज सब्सिडी हटा देने के बाद भी हज यात्रियों पर किसी प्रकार का अनावश्यक वित्तीय बोझ न पड़े।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि हज यात्रियों की सहायता के लिए 620 हज समन्वयक, सहायक हज अधिकारी, हज सहायक, डॉक्टर, चिकित्सा सहायक तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हज-2019 के प्रतिनिधियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश के 21 स्थानों से 500 उड़ानों के जरिए इस वर्ष बिना सब्सिडी के रिकॉर्ड संख्या में दो लाख भारतीय मुसलमान हज जाएंगे, इनमें एक लाख 40 हजार हज यात्री हज समिति के जरिए, 60 हजार हज यात्री हज समूह संगठनों के जरिए हज यात्रा पर जाएंगे। सभी हज समूह संगठनों को हज समिति द्वारा निर्धारित दरों पर दस हजार हज यात्रियों को ले जाना होगा। मुख्तार अब्बास नक़वी ने जानकारी दी कि हज यात्रियों की सहूलियत और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए इस वर्ष हज समूह संगठनों के लिए एक पोर्टल विकसित किया गया है, जिसमें हज पैकेज के बारे में पूरा विवरण है। इस वर्ष कुल 725 एचजीओ हज यात्रियों को ले जाएंगे। पोर्टल का लिंक http://haj.nic.in/pto/ है।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने बताया कि पुरुष साथी के बिना इस वर्ष हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी है। इस वर्ष ‘मेहराम’ के बिना भारत से 2,340 मुस्लिम महिलाएं हज के लिए जाएंगी, जबकि पिछले वर्ष ‘मेहराम’ के बिना 1180 महिलाओं ने हज किया था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने लॉटरी प्रणाली के बिना इन महिलाओं को हज भेजने की व्यवस्था की है। दो लाख भारतीय हज यात्रियों में करीब 48 प्रतिशत महिलाएं हैं। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने जानकारी दी कि हज-2019 के लिए दिल्ली, गया, गुवाहाटी और श्रीनगर से उड़ानें 4 जुलाई 2019 से शुरु होंगी, इसके अलावा बेंगलुरु और कालीकट से 7 जुलाई, कोच्चि से 14 जुलाई, गोवा से 13 जुलाई, मंगलौर से 17 जुलाई, मुंबई से 14 और 21 जुलाई, श्रीनगर से 21 जुलाई से हजयात्री जाएंगे।
हज यात्रा के दूसरे चरण में 20 जुलाई को अहमदाबाद, 22 जुलाई को औरंगाबाद, 21 जुलाई को भोपाल, 31 जुलाई को चेन्नई, 26 जुलाई को हैदराबाद, 20 जुलाई को जयपुर, 25 जुलाई को कोलकाता, 20 जुलाई को लखनऊ, 25 जुलाई को नागपुर, 21 जुलाई को रांची और 29 जुलाई को वाराणसी से उड़ानें रवाना होंगी। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि सऊदी अरब द्वारा भारत का हज कोटा बढ़ाकर 2 लाख कर देने से यह तय हो गया है कि आजादी के बाद पहलीबार उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार जैसे सभी बड़े राज्यों से आवेदन करने वाले सभी हाजी 2019 के हज के लिए जाएंगे, क्योंकि हज कोटा बढ़ने के कारण प्रतीक्षा सूची खत्म हो गई है। उन्होंने बताया कि मक्का में 16 और मदीना में 3 स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए हैं, इसके अलावा मक्का में 3 और मदीना में एक अस्पताल स्थापित किया गया है, ताकि हज यात्रियों को उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। प्रशिक्षण कार्यक्रम में हज प्रतिनियुक्तियों को हज यात्रा, मक्का और मदीना में ठहरने, परिवहन, स्वास्थ्य सुविधाओं, सुरक्षा उपायों आदि के बारे में सभी जानकारियां दी गईं।