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Tuesday 2 July 2019 12:10:41 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने विश्व समुदाय से अपील की है कि वह कालेधन पर देशों के बीच सूचना के स्वत: आदान प्रदान को सुगम बनाने और आर्थिक भगोड़ों के शीघ्र प्रत्यार्पण को आसान बनाने के लिए साथ आए। विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंटस ऑफ इंडिया के प्लेटिनम जुबली समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने देश में कारपोरेट भ्रष्टाचार के संदर्भ में चार्टर्ड अकाउंटेंटों की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश चार्टर्ड अकाउंटेंटों से न केवल भ्रष्टाचार की जांच कर उन्हें रिपोर्ट करने की अपेक्षा रखता है, बल्कि भविष्य में भी ऐसे भ्रष्टाचार की रोकथाम के उपाय सुझाने की उम्मीद करता है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने चार्टर्ड अकाउंटेंट समुदाय से अपील की कि वे अपने मध्य से भी भ्रष्ट लोगों को चिन्हित कर अलग-थलग करें और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी करें। उपराष्ट्रपति ने आशा जताई कि चार्टर्ड अकाउंटेंट इंस्टीट्यूट तथा उसके सदस्य देश की अपेक्षाओं तथा उच्च नैतिक मानदंडों पर खरे उतरेंगे। सरकार के आर्थिक सुधारों की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि इससे देश में उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और व्यवसाय के नए अवसर खुलेंगे। इस संदर्भ में उन्होंने आईसीएआई जैसी संस्थाओं से अपेक्षा की कि वे आर्थिक उदारीकरण को सफल बनाने के लिए व्यावसायिक नैतिकता के मानदंडों का स्वयं भी पालन करें तथा उद्यमियों द्वारा भी व्यावसायिक नैतिकता के उल्लंघन को रोंके।
वेंकैया नायडु ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंसी अब मात्र आंकड़ों और खातों की समीक्षा तक ही सीमित नहीं है, अर्थव्यवस्था में परिवर्तन के साथ इस व्यवसाय की भूमिका और महत्वपूर्ण हुई है। उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट जनता के विश्वास और अर्थव्यवस्था की चेतना के संरक्षक हैं। सफलतापूर्वक जीएसटी लागू होने की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने चार्टर्ड अकाउंटेंटस को जीएसटी पर उनके सुझावों और उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर आईसीएआई के अध्यक्ष प्रफुल्ल छाछड़, उपाध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता, सचिव राकेश सहगल और गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।