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Wednesday 3 July 2019 01:56:22 PM
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने आईआईटी मुंबई, आईआईटी दिल्ली और भारतीय विज्ञान संस्थान को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2020 में शीर्ष 200 संस्थानों में अपना स्थान बनाने के लिए बधाई दी है। डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की सफलता का मार्ग उसके शैक्षिक संस्थाओं से गुजरता है। उन्होंने कहा कि हमारी शोध परियोजनाओं को स्थानीय समस्याओं का निदान ढूंढना चाहिए और हमारा अनुसंधान हमारी आवश्यकताओं के आधार पर केंद्रित होना चाहिए।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि समाजोपयोगी शोध नए भारत के निर्माण की आधारशिला बनेंगे, नवाचार और नवोन्मेष पर हमारा मुख्य ध्यान केंद्रित होना चाहिए। डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बात पर भी बल दिया कि युवा वैज्ञानिकों को उत्कृष्ट शोध से जोड़ने की विशेष आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से ही सक्षम एवं समृद्ध भारत की अभिकल्पना को साकार किया जा सकता है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उच्चशिक्षा सचिव आर सुब्रह्मण्यम एवं क्यूएस के प्रतिनिधि अश्विन फ़र्नांडिस भी इस दौरान मौजूद थे। डॉ रमेश पोखरियाल निशंक एवं मंत्रालय के उच्च अधिकारियों ने क्यूएस के प्रतिनिधि के साथ भारतीय शैक्षणिक संस्थाओं के वैश्विक स्तरपर बेहतरीन प्रदर्शन करने पर भी मंथन किया। क्यूएस रैंकिंग में पहलीबार स्थान बनाने वाले ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी को भी उनकी उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं।