स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 9 July 2019 02:12:09 PM
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने राजधानी दिल्ली में पांच दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2019 हार्डवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले का उद्घाटन किया, जिसका आयोजन 12 जुलाई तक देशभर में किया जाएगा। उद्घाटन सत्र में मानव संसाधन विकास मंत्री ने एसआईएच-2019 हार्डवेयर संस्करण में भाग लेनेवाले छात्रों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की। उन्होंने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2019 एक सही मंच है, जहां छात्रों के इनोवेटर्स दिन-प्रतिदिन की समस्याओं के समाधान के लिए स्मार्ट समाधान विकसित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसंधान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के उचित उपयोग के माध्यम से हम अत्यधिक उन्नत, विकसित और समृद्ध राष्ट्र बन सकते हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े ओपन हैकाथॉन स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के लगातार आयोजन का यह तीसरा वर्ष है और इसमें भागीदारी तथा समाधानों की दृष्टि से हर साल वृद्धि हो रही है। उन्होंने बताया कि एसआईएच की शुरुआत वर्ष 2017 में की गई थी, जिसमें लगभग 50000 छात्रों ने भाग लिया था, 2018 में लगभग एक लाख छात्रों ने भाग लिया था, इस साल संख्या में और वृद्धि हुई है और लगभग दो लाख छात्र इसमें भाग ले रहे हैं, 2235 कॉलेजों के 1.2 लाख से अधिक छात्रों ने 40 से अधिक उद्योगों और केंद्र सरकार के 9 मंत्रालयों और विभिन्न सरकारी विभागों प्रस्तुतियां दीं और 198 समस्याओं के लिए अपनी प्रविष्टियां भेजीं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में 178 विभिन्न कॉलेजों की 250 टीमों से लगभग 2000 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें आईआईटी और एनआईटी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ग्रैंड फिनाले का आयोजन 9 राज्यों, एक केंद्रशासित प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 18 नोडल केंद्रों पर किया जाएगा। ये टीमें 124 समस्याओं के लिए नवोन्मेषी हार्डवेयर समाधान प्रदान करेंगी।
डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा कि न्यू इंडिया में इस वर्ष महिला उम्मीदवारों की भागीदारी उत्साहपूर्ण है, पुरुष और महिला का अनुपात 1.6: 1 है। उन्होंने देश की बेहतरी से संबंधित इस शानदार पहल के लिए प्रतिभागी छात्रों और मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से भाग लेने वाले अधिकारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया निर्माण करने संबंधी विज़न के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि इस हैकाथॉन में छात्रों की लीक से हटकर सोच, प्रौद्योगिकी आधारित, आसान, व्यावहारिक समाधान सामने लाएगी, जिससे स्टार्टअप विकसित करने के लिए वाणिज्यिक उत्पादों का मार्ग प्रशस्त होगा।
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2019 हार्डवेयर संस्करण में समस्याएं मोटे तौरपर कृषि और ग्रामीण विकास, खाद्य प्रौद्योगिकी, अपशिष्ट प्रबंधन, स्वच्छ जल, नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा और जैव चिकित्सा उपकरणों, स्मार्ट वाहनों, रोबोटिक्स और ड्रोन, सुरक्षा और निगरानी, स्मार्ट संचार, खेल और फिटनेस, सतत पर्यावरण, स्मार्ट टेक्स्टाइल, स्मार्ट सिटीज क्षेत्रों पर आधारित हैं। समस्या की प्रकृति के आधार पर चयनित विचारों और समाधानों के लिए प्रतिभागी टीमों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। साधारण समस्याओं के लिए 50000 रुपये, पेचीदा समस्याओं के लिए 75000 रुपये और जटिल समस्याओं के लिए 1 लाख रुपये से सम्मानित किया जाएगा।