स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 9 July 2019 03:23:14 PM
नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह की उपस्थिति में राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष यानी एनआईआईएफ के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एनआईआईएफ एक कोष है, जिसका प्रयोग भारत सरकार देश में बुनियादी ढांचा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए करती है। समझौता ज्ञापन एसपीवी के गठन में सहयोग से संबंधित है, ताकि भविष्य में एनएचएआई द्वारा पूरी की जाने वाली बड़े आकार की सड़क परियोजनाओं के लिए फंड व्यवस्था को क्रियांवित किया जा सके।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि फंडिंग की यह नई वैकल्पिक स्रोत की व्यवस्था की देखरेख एनएचएआई कर रही है, ताकि उन अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और फंड हाउसों को आकर्षित किया जा सके, जो भारत में सड़क परियोजनाओं में निवेश करने के इच्छुक हैं, लेकिन परियोजना के निष्पादन से संबंधित जोखिम लेने के लिए उत्सुक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से भारत में राजमार्ग विकास के लिए किफायती दर पर भारी मात्रा में निवेश आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई केवल बजटीय सहायता पर निर्भर नहीं है, वह अपनी मेगा परियोजनाओं के लिए पैसा जुटा रहा है, इस दिशा में पूर्व में कई फंडिंग मॉडल अपनाए गए थे, जिनके अच्छे परिणाम मिले हैं।
राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एमओयू की सराहना की और उम्मीद जताई कि यह 24,000 किलोमीटर की 7.5 लाख करोड़ भारतमाला पारियोजना के लिए नए वित्तीय मॉडल प्रदान करेगा। नितिन गडकरी ने विश्वास जताते हुए कहा कि सड़क क्षेत्र भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। जनरल वीके सिंह ने दो बड़ी संस्थाओं एनएचएआई और एनआईआईएफ के एक साथ आने का स्वागत किया और देश में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र की विकासगति पर संतोष व्यक्त किया।