स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 12 July 2019 04:01:21 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि ढांचागत निर्माण के क्षेत्र में टिकाऊ अवसंरचना विकास और हरित प्रौद्योगिकी अपनाने के मामले में केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग अग्रणी है। सीपीडब्ल्यूडी के 165वें स्थापना दिवस पर आज नई दिल्ली में एक समारोह को संबोधित करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जुलाई 1854 में गठन के बाद से ही सीपीडब्ल्यूडी देश के विकास के लिए जरूरी ढांचागत निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि बिना कोई पेड़ काटे 45 दिन के भीतर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि ‘सदैव अटल’ का निर्माण, सरकारी भवनों के कार्बन फुटप्रिंट में कमी लाने के लिए वहां सौर ऊर्जा पैनल लगाने और बागवानी के लिए बेंगलुरु में सर विश्वेशरैया केंद्रीय भवन में जल शोधन संयंत्र का निर्माण सीपीडब्ल्यूडी के कार्यों के कुछ बेहतरीन उदाहरण हैं।
आवास राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह कार्यशैली स्वच्छ भारत मिशन और कायाकल्प एवं शहरी रूपांतरण के लिए शुरु की गई अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) जैसे अभियानों की सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सीपीडब्ल्यूडी ने न केवल वैश्विक वास्तु और टिकाऊपन के मानकों के अनुरूप काम किया है, बल्कि देशभर के संस्थानों के लिए भी यह मानक तय करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। हरदीप सिंह पुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वेस्टर्न कोर्ट के एनेक्सी भवन के उद्घाटन पर 4 अप्रैल 2018 को दिए गए भाषण में सीपीडब्ल्यूडी की प्रशंसा में कही गईं बातों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि आम तौरपर लोग सरकारी भवनों को भरोसे के लायक नहीं मानते, वे ऐसा सोचते हैं कि निजी ठेकेदार बेहतर काम कर सकते हैं, लेकिन जब वे ऐसे भवनों को देखते हैं तो उनकी सोच गलत साबित होती है और यह भरोसा बनता है कि सीपीडब्ल्यूडी जैसी सरकारी एजेंसियां कम खर्चे में समय के भीतर अच्छा काम कर सकती हैं। उन्होंने कहा था कि कम समय, कम लागत और बेहतर काम के सिद्धांत को सीपीडब्ल्यूडी ने बखूबी अपनाया है और इस परियोजना की सफलता के लिए सीपीडब्ल्यूडी के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई भी दी थी।
सीपीडब्ल्यूडी के इस बार वार्षिक दिवस समारोह के विषय न्यू इंडिया के लिए अभिनव विकास का जिक्र करते हुए आवास राज्यमंत्री ने सीपीडब्ल्यूडी में आग्रह किया कि वह इसका पूरे कौशल, गति और दक्षता के साथ अनुसरण करे, विशेष रूपसे नई और वैकल्पिक निर्माण प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में आने वाली नई चुनौतियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'न्यू इंडिया' की सोच के अनुरूप निपटें। उन्होंने प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र, 2024 तक भारत के 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने तथा 2024 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाने का उल्लेख किया और कहा कि ऐसा नवीन, टिकाऊ और समावेशी अवसंरचना विकास के माध्यम से ही संभव हो पाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विभिन्न मंत्रालयों, संगठनों और उद्योंगो के बीच परस्पर सूचनाओं और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान के माध्यम से सीपीडब्ल्यूडी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 8 हजार से ज्यादा इंजीनियरों, वास्तुकारों और बागवानी विशेषज्ञों के दक्ष कार्यबल के साथ सीपीडब्ल्यूडी 600 से ज्यादा ग्राहक संगठनों और संस्थाओं के लिए करीब 150000 करोड़ रुपये के आर्डर वाली परियोजनाओं पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सीपीडब्ल्यूडी के ये काम सुगम्य भारत अभियान के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के साथ सहयोग तथा आईआईटी भुवनेश्वर जैसे सरकारी शिक्षण संस्थाओं के लिए प्रशासनिक खंडों और छात्रावासों के निर्माण में साफ देखे जा सकते हैं। सीपीडब्ल्यूडी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, सीपीडब्ल्यूडी के महानिदेशक प्रभाकर सिंह और कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।