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Tuesday 16 July 2019 03:27:05 PM
नई दिल्ली। विश्व युवा कौशल दिवस पर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने नई दिल्ली में स्किल इंडिया मिशन की चौथी वर्षगांठ मनाई। इस अवसर पर युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए कई घोषणाएं की गईं और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी अधिकारियों ने स्किल इंडिया मिशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूपमें वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, कानून एवं विधि तथा संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्यागिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास तथा पंचायती राजमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कौशल विकास और उद्मिता मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडेय, ऊर्जा तथा कौशल विकास और उद्मिता राज्यमंत्री आरके सिंह, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के अध्यक्ष तथा एलएंडी समूह के अध्यक्ष एएम नाईक, कौशल विकास और उद्मिता मंत्रालय में संयुक्त सचिव राजेश अग्रवाल तथा राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ मनीष कुमार उपस्थित थे।
कौशल विकास और उद्मिता मंत्रालय ने अप्रेंटिसशिप में डिग्री, इलेक्ट्रिक वाहनों पर आईटीआई में नए पाठ्यक्रम तथा उन्नत कृषि पर नए पाठ्यक्रमों की घोषणा की। प्रतिभागियों के संदर्भ में मुद्दों और उनसे जुड़े संभावित समाधानों पर चर्चा के लिए कौशल युवा सम्वाद नाम से युवाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर संवाद का आयोजन, वित्तीय क्षेत्र में अप्रेंटिसशिप ट्रेंनिंग के लिए भारतीय स्टेट बैंक और एचडीएफसी बैंक के साथ सहयोग की घोषणा की, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 170,000 ग्रामीण डाक सेवकों को प्रमाण पत्र देने के लिए भारतीय डाक भुगतान बैंक के साथ करार की घोषणा। महिला सशक्तिकरण के लिए अर्बन क्लैप, नेस वाडिया कॉलेज ऑफ कॉमर्स तथा मेकडोनाल्ड, शंकरलाल सुदंरबाईशासून जैन कॉलेज फॉर वूमेन, बॉट वीएफएक्स लिमिटेड तथा विक्रम ग्रुप जैसी निजी क्षेत्र की कंपनियों और संस्थाओं के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। डसॉल्ट एविएशन के सहयोग से आईटीआई नागपुर में एयरोस्ट्रक्चर फिटर और वेल्डर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरु करने की घोषणा की। आरडीएसडी ई पंजाब तथा ट्राइडेंटग्रुप के साथ भी महिला सशक्तिकरण से जुड़े कार्यक्रामें के लिए करार हुआ, 16 से 31 जुलाई तक चलने वाले कौशल विकास पखवाड़े के तहत विभिन्न आयोजनों की शुरुआत और रूस में होने वाले अंतराष्ट्रीय विश्व कौशल प्रतिस्पर्द्धा के लिए भारतीय दल की घोषणा की गई।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कार्यक्रम मे कहा कि स्किल इंडिया मिशन ने देश के युवाओं को आजीविका के नए अवसर प्रदान किए हैं। उन्होंने युवाओं से अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरी लगन के साथ काम करने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि आप किसी विशेष कौशल में दक्षता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए अपनी प्रतिभा का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले अवसरों की तलाश करना आसान नहीं था, लेकिन आज मंत्रालय की मदद से सरकार ने प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था की है, ऐसे में आप सभी से आग्रह करती हूं कि सरकार द्वारा उपलब्ध अवसरों का भरपूर लाभ उठाएं। महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि स्किल इंडिया अभियान एक ऐसी सोच है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक कुशल भारत के दृष्टिकोण के साथ पल्लवित हुआ है औरअब अपने अगले चरण में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि कौशल विकास कार्यक्रमों में सहज सहयोग के लिए हम सभी मंत्रालयों, राज्यों और उद्योगों का समर्थन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमने कई ऐसी पहलों की भी घोषणा की हैं, जो युवाओं को रोज़गार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए विशेष रूपसे तैयार किए गए विभिन्न कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद करेंगे। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कौशल विकास सभी पहलों का मूल आधार है और इसके पीछे प्रेरकशक्ति भारत के युवा हैं। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया सहित अन्य दूरदर्शी योजनाओं के साथ स्किल इंडिया की अवधारणा का एक अनूठा परस्पर संबंध है, इन सभी को सफल होने के लिए आगे बढ़कर काम करना होगा।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था कई गुना विकसित होकर अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है, आज भारत के युवा रोज़गार मांगने वाले नहीं, बल्कि देने वाले बनना चाहते हैं। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कौशल प्रशिक्षण हमेशा से ही भारत की सांस्कृतिक और पारंपरिक शिक्षा पद्धति का अभिन्न हिस्सा रहा है, हमारे आईटीआई संस्थानों का बड़ा और विश्वसनीय नेटवर्क युवाओं को उनके पसंदीदा क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण देने का काम कर रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि भारत कौशल विकास का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा और आने वाले अगले 25 वर्ष में भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश होगा, जहां की बड़ी आबादी युवाओं की होगी। आरके सिंह ने कहा कि यह दिन हमें देश में कौशल विकास प्रशिक्षण की स्थिति पर विचार करने का अवसर देता है, हमें इस क्षेत्र में अवसरों और कमियों को बारीकी से भी देखने का भी मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था में अक्सर यह सवाल पूछा जा रहा है कि क्या सरकार देश की बड़ी आबादी को भविष्य में रोज़गार उपलब्ध कराने के लिए पूरा प्रशिक्षण दे पाएगी, इसका जवाब हां में है। सचिव डॉ केपी कृष्णन ने कहा कि उनका मंत्रालय कौशल विकास प्रशिक्षणों के लिए विशेष रूपसे असंगठित तथा लघु और मझौले उद्यमों पर ध्यान देगा।