स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 25 July 2019 04:45:19 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आयकर अधिकारियों से करदाताओं की शिकायतों का त्वरित निवारण सुनिश्चित करने और सकारात्मक ढंग से कर आधार बढ़ाने को कहा है। वित्तमंत्री ने दिल्ली में आयोजित आयकर दिवस समारोह के दौरान अधिकारियों को संबोधित करते हुए विभाग से उन लोगों से सख्ती से निपटने को कहा जो टैक्स की चोरी करने और प्रणाली से खिलवाड़ करने की कोशिश करते हैं। वित्तमंत्री ने आयकर विभाग से ईमानदार करदाताओं की सहूलियत के लिए करदाताओं को बेहतर सेवाएं मुहैया कराने को कहा। उन्होंने कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र’ को उद्धृत करते हुए अनुरोध किया कि विभाग को ठीक मधुमक्खी की तरह ही करों का संग्रह करना चाहिए, जो फूलों से केवल उतना ही पराग चूसती है, जितना आवश्यक होता है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राजस्व विभाग के तीन प्रकोष्ठों यथा आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय और राजस्व खुफिया निदेशालय को करदाताओं की संख्या या आधार और करदाताओं के ब्यौरे से जुड़ी सूचनाओं को साझा करना चाहिए, ताकि कर चोरी या इससे बचने की कोशिश करने वालों की पहचान करने के कार्यों में समुचित सामंजस्य स्थापित किया जा सके। उन्होंने लोगों का नजरिया बदलने की दिशा में की जा रही कोशिशों के साथ-साथ पारस्परिक विश्वास में आई कमी को दूर करने हेतु निरंतर किए जा रहे प्रयासों के लिए विभाग को बधाई दी, क्योंकि इससे करदाताओं को और ज्यादा कर अनुपालन सुनिश्चित करने में मदद मिल रही है। वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, राजस्व सचिव, राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक, निपटान आयोग के अधिकारी, मुख्य लेखा नियंत्रक, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के अध्यक्ष व सदस्य और आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिकल्पित नए भारत के विजन के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूपमें संसाधन जुटाने की विशिष्ट अहमियत को रेखांकित किया।
वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आयकर विभाग से स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ावा देने और विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगों से जुड़ी शिकायतों के निवारण के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया। उन्होंने इस बात पर भी विशेष जोर दिया कि राजस्व संग्रह को करदाता अनुकूल माहौल में किया जाना चाहिए और विभाग के नरम रुख विशेषकर सामाजिक क्षेत्र में विभाग की पहलों पर प्रकाश डालना चाहिए। राजस्व सचिव डॉ अजय भूषण पांडेय ने अल्प अवधि में ही लगभग शत-प्रतिशत ई-फाइलिंग को अपनाने के मामले में आयकर विभाग के भी विश्व के कुछ चुनिंदा संगठनों में शुमार होने के लिए विभाग को बधाई दी। उन्होंने व्यक्तिगत उपस्थिति के बगैर ही कर निर्धारण के क्षेत्र में नई पहल किए जाने की भी सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए विभाग विभिन्न आकड़ों को एकत्रित करने तथा सकारात्मक तरीकों को अपनाने का क्रम आगे भी जारी रखेगा। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष पीसी मोदी ने आयकर विभाग में तकनीकी बदलावों पर विशेष जोर दिया, जिससे विभाग को कर चोरी की समस्या से निपटने में बढ़त हासिल हुई है। उन्होंने विभाग से निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से काम करने को कहा।
वित्तमंत्री ने समारोह में ‘खातों की जांच’ शीर्षक वाले एक विभागीय प्रकाशन का विमोचन किया, इसके साथ ही एक आंतरिक ई-जर्नल ‘टैक्सालॉग या करों पर संवाद’ का भी विमोचन किया, जो सीबीडीटी की ओर से एक नई पहल है। यह एक तिमाही ई-जर्नल है, जिसमें कोई भी व्यक्ति कराधान से जुड़े मुद्दों पर अपने आलेखों को शामिल कर सकता है। अनुराग ठाकुर ने विभाग की संपर्क कार्यक्रमों के लिए प्रचार किट को लांच किया। इससे आम जनता के बीच कर जागरुकता बढ़ाने हेतु संपर्क कार्यक्रमों के संचालन के लिए विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों को प्रचार सामग्री आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। इस दौरान राजस्व सचिव ने ‘ट्रांसफर प्राइसिंग’ पर विभागीय प्रकाशन का विमोचन किया और ‘आयकरदाता-बदलते भारत का भागीदार’ के नाम से एक फिल्म भी दिखाई गई, जिसमें राष्ट्र निर्माण में विभाग के योगदान के बारे में विस्तार से बताया गया है।