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'देश में पारम्परिक ज्ञान का नवाचार विकास'

दिल्ली में अटल सामुदायिक नवाचार केंद्र का शुभारंभ

ग्राम पंचायतों में भी हों नवाचार केंद्र-धर्मेंद्र प्रधान

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 31 July 2019 04:53:42 PM

petroleum minister dharmendra pradhan

नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में समुदायस्तर पर नवाचार की भावना को प्रोत्साहन देने के लिए अटल सामुदायिक नवाचार केंद्र का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य सामाजिक सेवा के लिए समाधान केंद्रित प्रयास से नवाचार भावना को प्रोत्साहन प्रदान करना है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत को 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अटल नवाचार मिशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने नीति आयोग से देश के सभी ग्राम पंचायतों में नवाचार केंद्रों की स्थापना करने का आग्रह किया। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नवाचार प्रत्येक भारतीय के दैनिक कार्यों का हिस्सा है इसलिए नवाचार को समर्थन और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए एवं देश के पारम्परिक ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए नवाचार आधारित व्यवस्था को विकसित किया जाना चाहिए।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एसीआईसी के विचार के लिए नीति आयोग की सराहना की, आयोग आकांक्षी जिलों, स्तर-2 और स्तर-3 शहरों, जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों समेत पूरे देश में नवाचार प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे इन क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर सृजित होंगे और एसीआईसी को निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनियों द्वारा सीएसआर के अंतर्गत कोष उपलब्ध कराया जाएगा, इसके अतिरिक्त इन्हें अटल नवाचार मिशन भी कोष उपलब्ध कराएगा। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एआईएम का एक प्रमुख उद्देश्य प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाना है और एसीआईसी भारत की नवाचार उपलब्धियों में एक नया अध्याय लिखेगा, जिससे देश के सर्वाधिक नवोन्मेषी लोगों को आधुनिक उद्यमिता की चुनौतियों के समाधानों तक पहुंच प्राप्त होगी। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत 600 एमएमटी गैर-जीवाश्म बायोमास का उत्पादन करता है, अगर इसे ऊर्जा में परिवर्तित किया जाए तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था में समृद्धि आ सकती है, हमारे अन्नदाता ऊर्जादाता बन सकते है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन वेस्ट टू वेल्थ के अनुरूप है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सीईओ अमिताभ कांत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर एसीआईसी के नए लोगो, पोस्टर, संक्षिप्त जानकारी पुस्तिका व वीडियो, एसीआईसी वेबसाइट और आवेदन पोर्टल भी लांच किया गया।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेट्रोलियम और इस्पात क्षेत्र के सार्वजनिक उद्यम नवाचार मिशन को समर्थन प्रदान करेंगे और एसीआईसी के समाधान छात्रों, शोधार्थियों और अन्य लोगों को प्रोत्साहन प्रदान करेंगे, एसीआईसी, नवाचार के लिए कार्यरत लोगों को बाज़ार और अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि अटल सामुदायिक नवाचार केंद्र अटल नवाचार मिशन की नई पहल है। उन्होंने कहा कि एसीआईसी का निर्माण पीपीपी मॉडल या सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों व अन्य एजेसियों के सहयोग से किया जाएगा। एआईएम द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि की अधिकतम सीमा 2.5 करोड़ रुपये है। कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएं हैं-प्रस्तावित क्षेत्रों में ढांचागत संरचना का विकास, समाज के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवाचार के लिए अवसर, समुदायों के लिए क्षमता विकास, नवाचार के लिए डिजाइन प्रक्रिया को प्रोत्साहन, स्थानीय उद्यमों को उनके उत्पादों, सेवाओं व प्रक्रियाओं के लिए समाधान प्रस्तुत करना और उन्हें इस कार्यक्रम से जोड़ना, वित्तीय सहायता के लिए पीपीपी मोड अपनाना और पीएसयू तथा केंद्रीय एजेंसियों को जोड़ना, प्रत्येक व्यक्ति को नवाचार के लिए अवसर प्रदान करना, आईटीआई और डिप्लोमा के छात्रों को अवसर प्रदान करना ताकि वे एसीआईसी के माध्यम से नवाचार आधारित समाधान प्रस्तुत कर सकें।

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