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Tuesday 13 August 2019 12:44:54 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास और प्रगति को अत्यधिक महत्व दिया है। डॉ जितेंद्र सिंह संयुक्तराष्ट्र संघ अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर पूर्वोत्तर युवा और छात्र शांति सभा को मुख्य अतिथि के रूपमें संबोधित कर रहे थे, जिसका आयोजन वैश्विक शांति संघ के नेतृत्व में यूथ एंड स्टूडेंट फॉर पीस-इंडिया औऱ पूर्वोत्तर सांसद संघ ने किया था। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि जहां पहले पूर्वोत्तर भारत को मुख्यधारा में लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया था, अब पूरे भारत को पूर्वोत्तर के निकट लाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, इससे क्षेत्र के विकास और अखंडता में सहायता मिलेगी।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने दिल्ली और देश के सभी भागों में पढ़ने वाले पूर्वोत्तर क्षेत्र के विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं, प्रधानमंत्री ने हाल ही में बैंग्लौर विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली पूर्वोत्तर क्षेत्र की छात्राओं के लिए छात्रावास का उद्घाटन किया था, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले पूर्वोत्तर राज्य के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास बनाने का कार्य शुरु किया गया है और दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए रोहिणी में एक और छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत में 70 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या 40 वर्ष से कम आयुवर्ग की है। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं में अद्भुत सामर्थ्य और क्षमता है, जिसे उचित दिशा देने की आवश्यकता है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि देश की अपार युवा शक्ति ने खुद को निर्णायक शक्ति सिद्ध किया है, आज प्रौद्योगिकी के कारण युवाओं की संभावनाओं में बदलाव हुए हैं और अब सभी पृष्ठभूमि के युवा प्रतिष्ठित परीक्षाएं उत्तीर्ण कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं को पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्टार्टअप के लिए वेंचर निधि से व्यापक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र सभी के लिए पसंदीदा स्थान बन चुका है, यहां पर्यटन, हथकरघा एवं और भी क्षेत्रों में रोज़गार विकास की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें युवाओं को खोजना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक्ट ईस्ट नीति को प्राथमिकता दी है और पड़ोसी देशों से निकटता के कारण पूर्वोत्तर राज्यों को इसका लाभ मिलेगा, इससे न सिर्फ पूर्वोत्तर, बल्कि पूरा भारत संपन्न होगा। पूर्वोत्तर राज्यमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के युवाओं से काफी कुछ सीखना बाकी है और वो जीवन के हर क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले विकास के लिए संपर्क एक बाधा हुआ करता था, लेकिन अब सरकार ने रेल, सड़क और वायुसेवा संपर्क को प्राथमिकता दी है, इसने भौगोलिक दूरी कम होने के चलते मनोवैज्ञानिक अवरोध को दूर किया है।
पूर्वोत्तर राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने को प्रोत्साहित किया है, उन्होंने अपने प्रथम कार्यकाल के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र के 30 से अधिक दौरे किए थे। समारोह को केंद्रीय युवा मामले, खेल और अल्पसंख्यक राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने भी संबोधित किया और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका समाज और इसके कल्याण के प्रति योगदान करना है और इन कार्यक्रमों की सफलता के लिए युवाओं की भागीदारी बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इससे कोई अंतर नहीं पड़ता कि हम समाज के अलग-अलग वर्ग से हैं, लेकिन हमें एकजुट रहना होगा और शांति के प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि भारत को संयुक्तराष्ट्र संघ में और अधिक स्वयंसेवक भेजने होंगे और इसके कार्यक्रमों में और अधिक योगदान करना होगा। उन्होंने कहा कि युवा समाज की सबसे अहम कड़ी हैं, युवा जनसंख्या हमारी सबसे महत्वपूर्ण संपदा है और हमें उनकी ऊर्जा को उचित दिशा में प्रयोग करना चाहिए।