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Saturday 17 August 2019 02:33:53 PM
नई दिल्ली। ‘भारत को जानो कार्यक्रम’ के अंतर्गत 9 देशों से भारत यात्रा पर आए युवा समूह ने राजधानी दिल्ली में केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मुलाकात की। इन देशों में फिजी से 7, गुयाना से 6, म्यांमार से 3, दक्षिण अफ्रीका से 2, सूरीनाम से 5, त्रिनिदाद और टोबैगो से 7, मॉरीशस से 7, रीयूनियन द्वीप से 1, इज़राइल से 2 प्रतिभागी हैं, जिनमें 26 युवतियां और 14 युवक हैं। भागीदार राज्य हरियाणा और पंजाब के सहयोग से 54वां भारत को जानो कार्यक्रम 1 अगस्त से 25 अगस्त 2019 तक चलेगा। युवा समूह ने 6 अगस्त से लेकर 15 अगस्त 2019 तक साझेदार राज्यों का दौरा किया।
राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि केआईपी कार्यक्रम भारतवंशी युवाओं को भारत की संस्कृति और विरासत के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है, यह उन्हें अपनी जड़ों और पारिवारिक संबंधों को समझने में भी मदद करता है। डॉ जितेंद्र सिंह ने युवाओं के साथ बातचीत की और उनकी शैक्षिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि तथा उनके पूर्वजों से संबंधित राज्यों के और भी पहलुओं को जाना। युवाओं ने राज्यमंत्री के साथ अपने अनुभव भी साझा किए, उन्होंने स्वर्ण मंदिर, अटारी सीमा, जलियांवाला बाग, कुरुक्षेत्र, आनंदपुर साहेब, पिंजौर गार्डन और विरासत-ए-खालसा आदि पंजाब और हरियाणा के उन स्थानों के बारे में चर्चा की, जहां वे भ्रमण करके आए हैं। भारत के बारे में चर्चा करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व में देश ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की है। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम और हाल के चंद्रयान-2 मिशन के बारे में युवाओं को जानकारी दी। डॉ जितेंद्र सिंह ने गगनयान मिशन के बारे में बताया, जिसे वर्ष 2022 तक लॉंच करने की योजना है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत युवाओं के लिए एक आकर्षक स्थान बन गया है, क्योंकि सरकार ने उनके लिए अनेक अवसरों का सृजन किया है। उन्होंने कहा कि देश की लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या 40 वर्ष से कम आयु की है, इसलिए युवा वर्ग भारत का एक महत्वपूर्ण घटक है। उन्होंने इन युवाओं को भारत में अपने पैतृक मकानों और शहरों का दौरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ जितेंद्र सिंह ने उन्हें प्रगति मैदान में राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला, हॉल ऑफ न्यूक्लियर एनर्जी का दौरा करने को भी कहा। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इसी की तर्ज पर एक हॉल फॉर स्पेस टेक्नोलॉजी की योजना बनाई जा रही है। दिल्ली में युवाओं ने नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट, अक्षरधाम मंदिर, राष्ट्रीय संग्रहालय, कुतुब मीनार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, नीति आयोग और इंवेस्ट इंडिया देखा। उनका आगरा जाने का भी कार्यक्रम है।
भारत को जानो कार्यक्रम भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो 18-30 वर्ष आयुवर्ग के भारतवंशी छात्रों और युवा पेशेवरों को साथ जोड़ने और अपनी मातृभूमि से जुड़ाव महसूस कराने तथा भारत में होनेवाले परिवर्तन से प्रेरित और अभिप्रेरित करने के उद्देश्य से शुरु की गई। युवाओं में समकालीन भारत की कला, विरासत और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देने, भारत में जीवन के विभिन्न पहलुओं तथा उद्योग, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, जलवायु एवं बिजली व नवीकरणी ऊर्जा आदि जैसे क्षेत्रों में हुई प्रगति के बारे में जागरुकता को बढ़ावा देना है। केआईपी 25-दिन का एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम है, जो विदेश मंत्रालय की साझेदारी से आयोजित किया जाता है, इसमें साझेदार राज्यों की 10 दिन की यात्रा भी शामिल होती है। वर्ष 2004 से मंत्रालय ने 1821 प्रवासी भारतीय युवाओं की भागीदारी के साथ केआईपी के 53 दौरों का आयोजन किया है। प्रतिभागियों का चयन विदेशों में भारतीय मिशनों एवं डाक के सुझाए नामांकन के आधार पर किया जाता है। इस दौरान अपर सचिव (डीओपीटी) सुजाता चतुर्वेदी और संयुक्त सचिव विदेश मंत्रालय रामू अब्बागनी भी उपस्थित थे।