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Thursday 29 August 2019 01:08:49 PM
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने स्कूली शिक्षा के क्षेत्र को मजबूती देने के मकसद से विश्व के सबसे बड़े ऑनलाइन जंक्शनों में शामिलएकीकृत ऑनलाइन जंक्शन 'स्कूल एजुकेशन शगुन' का शुभारंभ किया है। इस ऑनलाइन जंक्शन के जरिए स्कूली शिक्षा से जुड़े सभी ऑनलाइन पोर्टल्स और वेबसाइट को जोड़ने की पहल की गई है। रमेश पोखरियाल ने कहा कि बेहतर शिक्षा के बिना किसी राष्ट्र, समाज या परिवार की उन्नति नहीं हो सकती, शिक्षा तरक्की की नींव है और नींव जितनी मजबूत होगी, इमारत उतनी ज्यादा बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि स्कूल एजुकेशन शगुन एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है, जिसके जरिए शिक्षा की नींव को मजबूती मिलेगी। शगुन में श शब्द का आशय शाला से है, जिसका मतलब स्कूल से है और गुन से गुणवत्ता को दर्शाया गया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि 1200 केंद्रीय विद्यालयों, 600 नवोदय विद्यालयों, सीबीएससी से जुड़े 18000 स्कूलों, 30 एससीईआरटी और एनसीटीई से जुड़े 19000 संस्थानों की वेबसाइट्स को स्कूल एजुकेशन शगुन पोर्टल से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए 15 लाख स्कूलों, 92 लाख शिक्षकों और करीब 26 करोड़ विद्यार्थियों की जानकारी ली जा सकती है, इसके जरिए योजनाओं की जानकारी लेने के साथ ही लोगों को स्कूलों से जुड़ी नई सूचनाएं भी मिलेंगी। रमेश पोखरियाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि किसी के मन में कोई सवाल है तो वह सवाल हम तक पहुंच सके, इस एकीकृत ऑनलाइन जंक्शन के जरिए लोग स्कूल के बारे में अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचा सकेंगे, इसके साथ ही स्कूल व शिक्षा से जुड़े समस्त आंकड़े एक जगह से प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस नए भारत की कल्पना की है, जिसमें उन्होंने हमेशा कहा है कि शिक्षा में तकनीक का बेहतर इस्तेमाल होना चाहिए, उसी दिशा में स्कूल एजुकेशन शगुन स्कूली शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाई पर ले जाने का काम करेगा।
रमेश पोखरियाल ने कहा कि स्कूल एजुकेशन शगुन के जरिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ने के लिए सामग्री मिलेगी, उन्हें वीडियो आधारित शिक्षा का अवसर भी मिलेगा, वेबसाइट के जरिए यह भी जाना जा सकता है कि आपके क्षेत्र में कौन-कौन से स्कूल हैं और वह क्या-क्या सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। रमेश पोखरियाल ने एकीकृत राष्ट्रीय स्कूली शिक्षा निधि बनाने की भी घोषणा की, जिसके जरिए विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्कूलों से जुड़ी तमाम सूचनाएं एक मंच पर मिलेंगी। कार्यक्रम में मौजूद मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय शामराव धोत्रे ने कहा कि स्कूल एजुकेशन शगुन के जरिए स्कूलों से जुड़ी समस्त जानकारी एक साथ मिल सकेगी, स्कूलों की सुविधाओं के बारे में जानने के साथ ही उन्हें जांच कर उन पर अपने सुझाव भी दिए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही अच्छा कदम है, इससे बच्चों के सम्पूर्ण विकास में और मदद मिलेगी। कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के विद्यालय शिक्षा विभाग की सचिव रीना रे और मंत्रालय के अधिकारी मौजूद थे। शगुन पोर्टल को http://seshagun.gov.in लिंक पर क्लिक करके देखा जा सकता है।