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Friday 30 August 2019 05:00:06 PM
कोच्चि। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि कामकाज, सुधार और परिवर्तन वे तीन स्तंभ हैं, जिनपर नए भारत का दृष्टिकोण आधारित है। वह केरल के कोच्चि में मलयालय मनोरमा कंपनी लिमिटेड के 'न्यू इंडियाः गवर्नमेंट एंड मीडिया' नाम से न्यूज़ कॉन्क्लेव में मुख्य वक्तव्य दे रहे थे। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त, आतंकवाद मुक्त, जातिवाद मुक्त, साम्प्रदायिकता मुक्त और निर्धनता मुक्त नए भारत का सपना संजोया है। उन्होंने कहा कि हमारा देश विविधता वाला देश है, विविधता भारत की आत्मा है, जियो और जीने दो भारतीय दर्शन का आधार है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने मीडिया की स्वतंत्रता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि मीडिया की आज़ादी लोकतंत्र की बुनियाद है, लेकिन यह भी समझना चाहिए कि एक लोकतांत्रिक समाज में आज़ादी को उत्तरदायित्व के साथ जुड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तरदायित्व के साथ जुड़ी आजादी नियम से बंधी आजादी नहीं होती, बल्कि वह अपने तरीके से खुद को नियमों में ढालती है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि भीड़ हिंसा की घटनाएं देश में सोशल मीडिया में फैलाई जा रही अफवाहों के कारण हो रही हैं, यह सोशल मीडिया में स्व-नियामक व्यवस्था या प्राधिकार के अभाव में होता है। एक प्रश्न के उत्तर में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार हर तरह की आलोचना का स्वागत करती है, क्योंकि इससे शासन की समझ मिलती है।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हम स्वतंत्र संस्थाओं में विश्वास करते हैं, क्योंकि ये लोकतंत्र की ताकत होते हैं। कश्मीर में मीडिया की आज़ादी का उल्लेख करते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हालांकि वहां उचित प्रतिबंधों का दौर रहा है, लेकिन ज्यादातर प्रतिबंधों को धीरे-धीरे हटाया जा रहा है, हम जल्द ही सामान्य स्थिति में पहुंच जाएंगे और नये कश्मीर तथा नये भारत को देखेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए न्यूज़ कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया था।