स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 3 September 2019 06:20:49 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्लादिवोस्तोक में पूर्वी आर्थिक फोरम के लिए रूस रवाना होने से पहले अपना वक्तव्य जारी करते हुए कहा है कि उनका रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र का यह दौरा मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और भी सुदृढ़ करने एवं इसमें विविधता लाने की दोनों ही पक्षों की आकांक्षा को रेखांकित करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके इस दौरे का उद्देश्य है कि रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आमंत्रण पर पूर्वी आर्थिक फोरम की 5वीं बैठक में मुख्य अतिथि के रूपमें भाग लेना और उनके साथ 20वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शिरकत करना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4-5 सितम्बर 2019 को रूस के व्लादिवोस्तोक के दौरे पर रहेंगे। यह रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र के लिए भारत के किसी भी प्रधानमंत्री का प्रथम दौरा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पूर्वी आर्थिक फोरम रूस के सुदूर-पूर्व क्षेत्र में कारोबारी एवं निवेश अवसर बढ़ाने पर फोकस करता है और इस क्षेत्र में भारत और रूस के बीच घनिष्ठ एवं पारस्परिक रूपसे लाभप्रद सहयोग के विकास की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध बड़े ही सौहार्दपूर्ण हैं, जो हमारी विशिष्ट एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की मजबूत नींव पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश रक्षा और असैन्य परमाणु ऊर्जा के सामरिक क्षेत्रों और अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोगों में व्यापक रूपसे सहयोग करते हैं, हमारे बीच व्यापार एवं निवेश संबंध अत्यंत सुदृढ़ और विकासोंमुख हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक बहुध्रुवीय दुनिया को बढ़ावा देने की इच्छा हमारी मजबूत साझेदारी के लिए एक पूरक है और दोनों देश इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए क्षेत्रीय एवं बहुपक्षीय फोरम में आपस में घनिष्ठतापूर्वक सहयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं के साथ-साथ आपसी हित के क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करने के लिए आशांवित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे पूर्वी आर्थिक फोरम में शिरकत करने वाले वैश्विक राजनेताओं के साथ बैठक और इसमें भाग लेने वाले भारतीय उद्योग एवं कारोबारी जगत के प्रतिनिधियों के साथ संवाद भी करेंगे।