स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 10 September 2019 01:27:15 PM
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अगले साल 5 फरवरी से 8 फरवरी तक रक्षा उत्पादों का सबसे बड़ा मेला प्रस्तावित है। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में प्रस्तावित 11वें डिफेंस एक्सपो के आयोजन के संबंध में दिल्ली में एपेक्स कमेटी की बैठक हुई, जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ में प्रस्तावित डिफेंस एक्सपो अबतक का सबसे बेहतरीन एक्सपो होगा। रक्षामंत्री ने निर्देश दिए कि इसके लिए रक्षा मंत्रालय एवं उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी नियमित रूपसे बैठकें करते रहें, ताकि समयबद्ध तरीके से सभी कार्य पूरे हो सकें। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद येस्सो नाईक, रक्षा उत्पादन, डीआरडीओ सेना, एचएएल के वरिष्ठ अधिकारी, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव पर्यटन जितेंद्र कुमार ने प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षामंत्री को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार ने जिस प्रकार इंवेस्टर्स समिट, प्रवासी भारतीय दिवस और कुम्भ का सफलतापूर्वक आयोजन कराया है, उसी प्रकार लखनऊ में डिफेंस एक्सपो भी अबतक का सबसे अच्छा आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी आपस में बेहतर संवाद स्थापित करके प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि इस माह के अंत तक रक्षा मंत्रालय को साइट भी उपलब्ध करा दी जाएगी। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि जो भी कार्रवाई की जानी है, प्रदेश सरकार को मध्य अक्टूबर तक उपलब्ध करा दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरीडोर के लिए लगभग 3000 एकड़ लैंड उपलब्ध है और डिफेंस एक्सपो में जो भी निवेशक इच्छुक होंगे, उन्हें इस क्षेत्र की साइट विजिट करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने डिफेंस एंड एयरोस्पेस पॉलिसी लागू की है।
सचिव रक्षा उत्पादन भारत सरकार ने डिफेंस एक्सपो-2020 की तैयारियों की प्रगति आख्या को प्रेजेंटेशन के माध्यम से एपेक्स कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 की थीम ‘भारत: उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र’ है। डिफेंस सेक्टर में तेजी से उभरते उत्तर प्रदेश में इस मेले में दुनियाभर के अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि डिफेंस एक्सपो में दुनियाभर के रक्षा उद्योगों के प्रतिनिधि, रक्षा सामग्री निर्माण कंपनियों के साथ-साथ घरेलू कंपनियां भी हिस्सा लेंगी। यह प्रदर्शनी रक्षाक्षेत्र में निवेश के लिए उत्तर प्रदेश को उभरते हुए आकर्षक स्थल के रूपमें स्थापित करेगी। उन्होंने बताया कि यह पहला मौका है, जब लखनऊ डिफेंस एक्सपो की मेजबानी करेगा, जिसमें बड़ी संख्या में विदेशी प्रतिनिधि शामिल होंगे। डिफेंस एक्सपो में विदेशी एवं स्वदेशी कंपनियां अपने आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करेंगी।
डिफेंस एक्सपो भारतीय रक्षा उद्योग के लिए अपनी क्षमता व निर्यात की संभावनाओं के प्रदर्शन का बेहतरीन मौका होगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में रक्षा उद्योगों के लिए मजबूत आधारभूत ढांचा उपलब्ध है, यहां हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की चार इकाइयां लखनऊ, कानपुर, कोरवा अमेठी व नैनी प्रयागराज, नौ आयुध निर्माण इकाइयां और एक सार्वजनिक क्षेत्र का रक्षा उपक्रम भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड गाजियाबाद में है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित डिफेंस इंडस्ट्रियल कारीडोर में आगरा, अलीगढ़, चित्रकूट, लखनऊ, झांसी एवं कानपुर को चिन्हित किया गया है। इन सभी 6 नोड्स के लिए 5071.19 हेक्टेयर भूमि प्रस्तावित है तथा सभी 6 नोड्स में चरणबद्ध तरीके से भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। झांसी में 92.48 फीसदी भूमि, चित्रकूट में 89.41 फीसदी भूमि एवं अलीगढ़ में 100 फीसदी भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है, 43 डिफेंस इक्विप्मेंट निर्माणकर्ताओं ने परियोजना में रूचि दिखाई है। बैठक में डिफेंस एक्सपो के ब्रोशर का विमोचन हुआ और राज्य सरकार एवं रक्षा मंत्रालय के मध्य एमओयू का आदान-प्रदान भी किया गया।