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Wednesday 18 September 2019 05:13:17 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के प्रशिक्षण प्रभाग के महानिदेशक ने विश्व की प्रमुख आईटी कम्पनी आईबीएम के साथ समझौता किया है, जिसके अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए देशव्यापी कार्यक्रम चलाया जाएगा। कार्यक्रम के हिस्से के रूपमें आईटीआई प्रशिक्षकों को दैनिक प्रशिक्षण गतिविधियों में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के लिए बुनियादी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षकों को बुनियादी दृष्टिकोण कार्य प्रवाह और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एप्लीकेशन में सहायक बनाना है, ताकि वे अपने प्रशिक्षण मॉड्यूल में इसका उपयोग कर सकें। आईबीएम का उद्देश्य देशभर के आईटीआई के 10,000 फैकल्टी सदस्यों को प्रशिक्षित करना है। यह कार्यक्रम एक वर्ष का होगा और इसमें 200 कार्यशालाओं के साथ 7 स्थानों पर 14 प्रशिक्षक होंगे।
कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडेय ने इस अवसर पर कहा है कि प्रशिक्षिकों के लिए कई और भी प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे, यह कार्यक्रम युवाओं को आधुनिक प्रौद्योगिकी ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिए होंगे। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल कुशलता विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने वाले प्रशिक्षकों को गुणवत्ता प्रदान करेगी। राज्यमंत्री आरके सिंह ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच प्रौद्योगिकी खाई को पाटना है, यह समय की आवश्यकता है और इन कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को उद्योग के लिए प्रासंगिक कुशलता मिलेगी। गौरतलब है कि कार्यक्रम की घोषणा 5 सितंबर 2019 को शिक्षक दिवस पर कौशलाचार्य समादर-2019 समारोह में की गई थी, जहां स्किल इंडिया मिशन में प्रशिक्षकों के असाधारण योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था। सम्मानित होने वालों में विश्व कौशल स्पर्धा विजेताओं को प्रशिक्षित करने वाले विशेषज्ञ, राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान, औद्योगिकी प्रशिक्षण केंद्रों, जनशिक्षण संस्थान तथा जाने-माने कॉरपोरेट घरानों के प्रशिक्षक शामिल थे।
आईबीएम 6 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों और एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पुणे सहित सात केन्द्रों में आवश्यक प्रशिक्षण देगी। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को दो हिस्सों में बांटा जाएगा, जहां कार्यशाला को ऑनलाइन मॉड्यूल सहयोग करेगा, ताकि फैकल्टी के सदस्यों को समग्र रूपसे सीखने का मौका मिले। कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति का पूर्व मूल्यांकन किया जाएगा, ताकि उसकी कुशलता की जांच की जा सके। भाग लेने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्रशिक्षिणों के तकनीकी सहयोग से प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम के बाद कार्यशाला में शामिल लोगों का मूल्यांकन किया जाएगा।