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Thursday 3 October 2019 05:57:07 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमुदाय से प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान से जुड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक न सिर्फ मनुष्य, बल्कि पशुधन, धरती माँ, पर्यावरण और प्रकृति के लिए बड़ा गम्भीर खतरा है, भारत को इससे मुक्त बनाकर ही हम सभी अपने और आने वाली पीढ़ियों के साथ न्याय कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में उत्तर प्रदेश खादी महोत्सव-2019 के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित किया और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने देश और दुनिया को एक नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग तथा फ्लिपकार्ट के बीच हस्ताक्षरित एमओयू अभिलेखों का आदान-प्रदान किया, सोलर चरखे, इलेक्ट्रिक चाक, दोना-पत्तल बनाने की मशीन के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किए और प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोज़गार योजना तथा पंडित दीनदयाल ग्रामोद्योग योजना के लाभार्थियों को चेक वितरित किए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में 1 अक्टूबर 2019 से 31 दिसम्बर 2019 तक खादी की बिक्री पर 5 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जाएगी, लगभग 3900 इकाइयों पर 34 करोड़ रुपये का मूलधन ऋण के रूप में अवशेष के सम्बंध में ओटीएस का लाभ दिया जाएगा, उत्तर प्रदेश के खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रत्येक मंडल में 1 प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खादी व ग्रामोद्योग तथा एमएसएमई के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसएमई के माध्यम से आगामी ढाई वर्ष में 25 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभार्थियों को 100 करोड़ रुपए के ऋण प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के संचालित किए जा रहे 10 स्थानों के प्रशिक्षण केंद्रों को बढ़ाकर कौशल विकास के साथ जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष पर देश और दुनिया में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जो भारत के बढ़ते प्रभाव के प्रतीक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधीजी का सपना स्वदेशी और स्वावलम्बन का था, जिसका आधार खादी बनी, खादी केवल एक वस्त्र नहीं, बल्कि एक विचार और भारत की पहचान है, खादी ने स्वाधीनता आंदोलन को एक नई ऊंचाई दी और देश को आजाद कराया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाएं हैं, यह वह क्षेत्र है, जो कम पूंजी में सर्वाधिक रोज़गार उपलब्ध कराने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि भारत एक युवा देश और उत्तर प्रदेश एक युवा प्रदेश है, जिसे खादी और ग्रामोद्योग के माध्यम से रोज़गार उपलब्ध कराकर समृद्धि हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विगत डेढ़-दो वर्ष में 3 हजार 350 करोड़ रुपए के ऋण व अनुदान उपलब्ध कराए गए, जिनसे 8 लाख 74 हजार रोज़गार सृजित हुए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में जो कम्बल कारखाने बंद हो गए थे, उन्हें पुनः प्रारम्भ किया गया है, यह कारखाने अच्छी क्वालिटी के कम्बल का उत्पादन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधीजी के ग्राम स्वराज्य और स्वावलंबन की अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए खादी की उत्कृष्टता को बढ़ाना होगा, इसे आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ना होगा, इसके दृष्टिगत सोलर और इलेक्ट्रिक चरखे को यदि अपनाया जाए और इसे घर-घर पहुंचाया जाए तो लोगों को रोज़गार मिलेगा और उनका जीवन स्तर ऊपर उठेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुझाव दिया कि यदि प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को खादी की गुणवत्तापूर्ण यूनीफार्म उपलब्ध कराने के लिए महिला स्वयंसेवी समूहों को जोड़ते हुए कार्य किया जाए तो यह ग्रामीण स्वावलम्बन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा, खादी उत्पाद के लिए नए उपकरणों को अपनाते हुए प्रशिक्षण भी दिलाया जाना चाहिए, जिससे इसमें गुणवत्ता में व्यापक परिवर्तन आएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि परम्परागत रोज़गार और उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड का गठन किया जा चुका है, अप्रैल माह से जून माह तक कुम्हार समुदाय के लोगों को तालाबों की मिट्टी निःशुल्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं, इससे उत्पादों के लिए लोगों को निःशुल्क मिट्टी प्राप्त हो सकेगी और जल संचयन एवं संरक्षण कार्यक्रम को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि खादी उत्पादों की पैकेजिंग और डिजाइन में सुधार लाकर इन्हें पूरे देश में लोकप्रिय किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जनपद-एक उत्पाद योजना से प्रत्येक जनपद के विशिष्ट उत्पादों और उनसे जुड़े शिल्पियों व कारीगरों को लाभ हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी महापुरुष की जयंती का महत्व तब तक नहीं है, जब तक कि उनके उच्च आदर्शों की प्रेरणाओं का अनुसरण न किया जाए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी ने अपने आंदोलन के जरिए देश के स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी और देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराया, जिससे आज हम दुनिया के एक बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित हैं और आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि भारत की विकास यात्रा को पूरी दुनिया आश्चर्य से देख रही है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बापू का दर्शन हम सभी को प्रेरणा देता है, उनकी कथनी और करनी में कोई भेद नहीं था, उनका अस्त्र, सत्य और अहिंसा था, स्वच्छता उनका मूलमंत्र था, उनका मानना था कि स्वच्छता को जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए, यदि व्यक्ति स्वच्छता को नहीं अपनाता तो वह स्वस्थ नहीं होता, स्वस्थ न होने की स्थिति में वह अनुशासित नहीं होता और यदि वह अनुशासित नहीं है तो उसमें नेतृत्व या लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य करने की क्षमता नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधीजी के सिद्धांतों को मानते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 से स्वच्छ भारत मिशन प्रारम्भ किया और 5 वर्ष के बाद आज यह मिशन एक जनांदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज पूरा देश ओडीएफ घोषित किया जा चुका है और उत्तर प्रदेश को स्वच्छ भारत मिशन में सर्वाधिक जनसहभागिता के लिए प्रथम पुरस्कार मिला है। मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष में उनके आदर्शों और मूल्यों को अपनाए जाने पर जोर देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि खादी महोत्सव खादी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम को खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने भी संबोधित किया और कहा कि खादी ने स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, चरखे ने स्वदेशी के नारे को बुलंद किया तथा इसकी शक्ति के आगे अंग्रेजों को झुकना पड़ा, यह हमारे आर्थिक स्वावलम्बन का आधार बना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 1 वर्ष में खादी घर-घर पहुंच जाएगी, जिससे खादी एवं ग्रामोद्योग और माटी कला बोर्ड के माध्यम से आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि खादी को युवाओं और आधुनिकता से जोड़े जाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। खादी एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने अतिथियों का आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित खादी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। खादी तथा ग्रामोद्योग पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने खादी गीत और खादी के थैले का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सांसद सत्यदेव पचौरी, उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति, उपाध्यक्ष खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड रामगोपाल उर्फ गोपाल अंजान, जनप्रतिनिधि, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग नवनीत सहगल, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज कुमार, फ्लिपकार्ट के प्रतिनिधि रजनीश कुमार तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।