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Friday 18 October 2019 01:19:41 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी ने फिंगरप्रिंट निदेशकों के दो दिवसीय 20वें अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया, जिसका उद्घाटन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने किया। सम्मेलन में एनसीआरबी के निदेशक रामफल पंवार, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (महिला सुरक्षा) पुण्य सलिल श्रीवास्तव, केंद्रीय पुलिस संगठनों, राज्यों और संघशासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी भाग लिया। सम्मेलन में देशभर से 80 फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने इस अवसर पर फिंगरप्रिंट के महत्व पर ध्यान केंद्रित करते हुए एनसीआरबी की राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली शुरू करने के प्रयासों की सराहना की।
एनएएआईएस नेटवर्क आधारित अखिल भारतीय प्रणाली है, जो विभिन्न अपराधियों के फिंगरप्रिंट की रिकार्डिंग और इसे साझा करने में मदद करेगा। उन्होंने इस बात पर भी संतोष व्यक्त किया कि एनसीआरबी में केंद्रीय फिंगरप्रिंट ब्यूरो अपराधियों के फिंगरप्रिंट रिकार्ड रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ पद्धति का प्रयोग कर रहा है। एनसीआबी के निदेशक रामफल पंवार ने कहा कि एनएएफआईएस के इस्तेमाल से पुलिस को तेजी से आपराधिक मामलों को सुलझाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने राज्यों के फिंगरप्रिंट ब्यूरो में पर्याप्त मानव संसाधन होने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। रामफल पंवार ने कहा कि दो दिन के इस सम्मेलन के दौरान विचार-विमर्श से फिंगरप्रिंट सुविधा के अधिक इस्तेमाल होने और जांचकर्ताओं तक पहुंच पर प्रभाव पड़ेगा। गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (महिला सुरक्षा) पुण्य सलिल श्रीवास्तव ने शैक्षणिक संस्थानों और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग कर फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया।