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Saturday 19 October 2019 12:20:56 PM
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने अपने सैनिक विद्यालयों में सत्र 2021-22 से चरणबद्ध तरीके से लड़कियों के प्रवेश के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। यह फैसला रक्षा मंत्रालय ने दो साल पहले मिजोरम के सैनिक विद्यालय छिंगछिप में लड़कियों के प्रवेश की प्रायोगिक परियोजना की सफलता को देखते हुए लिया था, जिसे अब लागू किया जा रहा है। गौरतलब है कि देश के सैनिक स्कूल पढ़ाई अनुशासन और व्यक्तित्व विकास की दृष्टि से देश के अन्य स्कूलों से बहुत अच्छे माने जाते हैं, यही कारण है कि अभिभावक अपने बच्चों को सैनिक स्कूल में पढ़ाने की इच्छा रखते हैं, लेकिन ये स्कूल केवल सैनिकों के बच्चों के लिए होने के कारण इनमें बाहरी बच्चों के दाखिले की अनुमति नहीं है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संबंधित अधिकारियों को इस फैसले को निर्बाध तरीके से लागू करने के लिए सैनिक विद्यालयों में पर्याप्त महिला कर्मचारियों और आवश्यक आधारभूत संरचना की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। यह फैसला सरकार के समग्रता, लैंगिक समानता, सशस्त्र बलों में महिला भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य की पूर्ति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को मजबूत करने के लक्ष्य के अनुरूप माना जाता है। रक्षा मंत्रालय का सैनिक स्कूलों में लड़कियों को भी पढ़ाने का फैसला बहुत सर्वांगीण माना जाता है, इससे न केवल उच्च चारित्रिक विकास होगा, अपितु आगे चलकर बालिकाओं के लिए भारतीय सेना में जाना और आसान एवं हितकर होगा।