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Monday 21 October 2019 05:45:01 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिज़र्व पुलिस लाइन लखनऊ में पुलिस स्मृति दिवस परेड की सलामी ली और कर्तव्य की वेदी पर प्राणों की आहुति देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि वर्ष 2018-19 में कर्तव्य की वेदी पर प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद पुलिसजनों में उत्तर प्रदेश पुलिस के 5 जवान शामिल हैं, इन जवानों ने उत्तर प्रदेश शासन एवं पुलिस विभाग का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उन्हें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित पुलिसकर्मियों को भी सम्मानित करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए इस वर्ष गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस पर 100 पुलिसकर्मियों को ‘उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह’ तथा 400 पुलिस कर्मियों को ‘सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ से सम्मानित किया है। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, मंत्रिगण, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे।
पुलिस स्मृति दिवस परेड पर मुख्यमंत्री ने पुलिस कल्याण के लिए राज्य सरकार के अनेक कार्यक्रमों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 1048 राजपत्रित व अराजपत्रित पुलिस कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक के प्रशंसा चिन्ह, विशिष्ट सेवाओं के लिए 8 अधिकारियों/कर्मचारियों को राष्ट्रपति के पुलिस पदक, 129 अराजपत्रित पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक एवं 5 राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों/कर्मचारियों को मुख्यमंत्री के उत्कृष्ट पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ड्यूटी के दौरान शहीद/मृत पुलिसकर्मियों एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मूल निवासी केंद्रीय अर्द्धसैन्य बलों/अन्य प्रदेशों के अर्द्धसैन्य बलों अथवा भारतीय सेना में कार्यरत रहते हुए 169 शहीद/मृत कर्मियों के आश्रितों को 37 करोड़ 54 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की जनपद इकाइयों में नियुक्त पुलिसकर्मियों को उनकी सुख-सुविधा हेतु 3 करोड़ रुपए एवं उनके कल्याण हेतु 4 करोड़ रुपए का अनुदान भी प्रदान किया गया है, अनुकम्पा निधि के अंतर्गत 22 पुलिसकर्मियों को 2 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। इसी प्रकार कार्यरत व सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों एवं उनके आश्रितों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति से सम्बंधित 465 दावों का निस्तारण कर 86 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यवसायिक दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना पैदा करना और अपराधियों में कानून का भय व्याप्त करना सरकार की प्रमुख नीति है, इस हेतु प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 39 नए थानों एवं 15 नई चौकियों की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश पुलिस के समक्ष कानून-व्यवस्था की अनेक समस्याएं आईं, जिन्हें एक चुनौती के रूपमें स्वीकार करते हुए तत्काल व्यापक सुरक्षात्मक उपाय किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, जिसके परिणामस्वरूप अब तक प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 96 दुर्दांत पुरस्कार घोषित अपराधी पुलिस कार्रवाई में मारे गए हैं तथा 1631 अपराधी घायल हुए हैं, इस अवधि में 10 हजार 252 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 6,759 पुरस्कार घोषित अपराधी हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कोई ऐसा संगठित अपराधी नहीं है, जो जेल के बाहर स्वच्छंद रूपसे विचरण कर रहा हो, ऐसे अपराधियों को या तो जेल भेज दिया गया है या गिरफ्तारी के दौरान पुलिस की कार्रवाई में मारे गए हैं, इन कार्रवाइयों के दौरान पुलिस के 5 जवान भी अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए तथा 752 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दावा किया कि पुलिस की कार्रवाइयों से सभी वर्गों विशेषकर व्यापारियों, महिलाओं, बालिकाओं आदि में सुरक्षा की भावना व्यापक रूपसे सुदृढ़ हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस की उच्चकोटि के पर्यवेक्षण, कुशल रणनीति, सुविचारित पुलिस प्रबंधन एवं उन्नत तकनीकी प्रणाली के परिणामस्वरूप विश्व का सबसे विशाल जनसंकुल प्रयागराज कुम्भ-2019 निर्विघ्न एवं सकुशल हुआ है, जिसकी विश्व पटल पर सराहना की गई, इसी प्रकार वाराणसी में 15वां प्रवासी भारतीय दिवस एवं लोकतंत्र का महापर्व लोकसभा का आमचुनाव भी शांतिपूर्ण एवं निर्विघ्न रूपसे सम्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी प्रमुख पर्व, त्योहार, मेले और धार्मिक आयोजन भी सकुशल हुए, इसी प्रकार के विशिष्ट एवं महत्वपूर्ण आयोजनों को भी सफलतापूर्वक सम्पन्न कराकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी उच्च क्षमता का प्रदर्शन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तिकरण हेतु एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन कर अनवरत अभियान चलाया जा रहा है, इससे प्रदेश में महिलाओं विशेषकर छात्राओं में आत्मविश्वास एवं सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक थाना क्षेत्र में प्रतिदिन 1 घंटा नियमित रूपसे फुट पेट्रोलिंग अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस कार्रवाई से अपराध में न सिर्फ कमी आई है, बल्कि आमजन का पुलिस के प्रति भरोसा और सुदृढ़ हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत 23 हजार 773 गिरफ्तारियां हुई हैं, जिनसे 200 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध साधनों से अर्जित सम्पत्तियां जब्त की गई हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य में प्रभावी पुलिस कार्रवाई के कारण अपराधियों में भय व्याप्त है, जिसके फलस्वरूप 16 हजार 985 अभियुक्त अपनी जमानत निरस्त कराकर न्यायालय में आत्मसमर्पण कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एसटीएफ ने संगठित व आर्थिक अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के साथ ही परीक्षाओं की शुचिता भी सुनिश्चित की है, आतंकवादी संगठनों के विरुद्ध विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय से कुख्यात आतंकवादियों को गिरफ्तार कर उनके संगठनों के स्लीपिंग मॉड्यूल को भी ध्वस्त किया गया है, जिससे इस सरकार के कार्यकाल में राज्य में कोई भी आतंकवादी घटना घटित नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में साम्प्रदायिक सद्भाव अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने बताया कि यूपी-100 के रिस्पांस टाइम में उल्लेखनीय सुधार करते हुए इसे औसतन 12.12 मिनट कर दिया गया है और समन्वित शिकायत निस्तारण प्रणाली 112 इंडिया मोबाइल एप का यूपी-100 से इंटीग्रेशन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 1090-विमेन पावर लाइन को तकनीकी रूपसे समृद्ध किया गया है, जिससे शिकायतों के निस्तारण के प्रतिशत में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी ईमानदारी, कर्तव्य परायणता तथा जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए उत्तर प्रदेश की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सहयोग करेंगे। कार्यक्रम स्थल पहुंचने के उपरांत मुख्यमंत्री को शोक पुस्तिका सौंपी गईं। उन्होंने पुलिस स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किया और शहीदों के परिजनों से भेंट भी की।