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Thursday 24 October 2019 12:45:28 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार में युवा कार्य एवं खेल मंत्री किरेन रिजीजू ने भारतीय खेल प्राधिकरण की सतर्कता संगोष्ठी का उद्घाटन किया, जिसका विषय ‘सुरक्षात्मक सतर्कता और ईमानदारी’ था। किरेन रिजीजू ने इस अवसर पर कहा कि हममें से प्रत्येक को व्यक्तिगत ईमानदारी के सर्वोच्च स्तर को बरकरार रखना चाहिए, क्योंकि हम प्राधिकरण के संरक्षक हैं और हमें ऐसी किसी गतिविधि में शामिल नहीं होना चाहिए, जिससे इस संगठन को नुकसान पहुंचे अथवा इसकी प्रतिष्ठा कम हो। किरेन रिजीजू ने कहा कि प्राधिकरण में कार्यरत अधिकारियों की निष्ठा के स्तर पर उसके केंद्रों की ग्रेडिंग प्रणाली पर भी गौर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सतर्कता जीवनशैली का एक अंग है और इसपर न सिर्फ केवल सतर्कता जागरुकता सप्ताह के दौरान, बल्कि पूरे वर्ष ध्यान दिया जाना चाहिए।
खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया ने खेलों में नैतिकता विषय पर कहा कि नैतिकता और ईमानदारी अलग-अलग मुद्दे हैं, जो व्यक्ति विशेष पर निर्भर करते हैं। व्यक्तिगत ईमानदारी और सार्वजनिक ईमानदारी के बीच अंतर के बारे में उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को व्यक्तिगत ईमानदारी और सार्वजनिक ईमानदारी के बीच आम सहमति बनानी होगी। उन्होंने कहा कि जब दोनों के बीच विवाद हो तो मजबूत सार्वजनिक राय प्रचलन में आनी चाहिए। भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान, केंद्रीय सकर्तता आयोग के सचिव अनिंदो मजूमदार ने भी कार्यस्थल पर ईमानदारी से जुड़े मुद्दों की चर्चा की, साथ ही वस्तुओं और सेवाओं की निष्पक्ष खरीद सुनिश्चित करने के लिए उपचारात्मक कार्रवाई करने का सुझाव दिया, जो प्राधिकरण के सभी केंद्रों का एक महत्वपूर्ण पहलू है। सतर्कता संगोष्ठी में देशभर से प्राधिकरण अधिकारी शामिल हुए।