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Wednesday 30 October 2019 04:16:46 PM
नई दिल्ली। भारतीय पुलिस सेवा के 2018 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों के एक समूह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों का स्वागत किया और उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा वाली परीक्षा में सफल रहने तथा भारतीय पुलिस सेवा में चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर प्रशिक्षु अधिकारियों को सुझाव देते हुए कहा कि प्रशिक्षण के दौरान कोई भी गलती न हो, इसे लेकर सतर्क रहें, ईमानदार रहें, लोगों के प्रति समर्पित रहें, जब आपकी सेवाएं नियमित हो जाएंगी तो आपमें मानवीय कमजोरियां आने का खतरा रहेगा और कुछ मामलों में नैतिक मूल्य कमजोर पड़ने लगेंगे, ऐसे में आपको इन बातों के प्रति चौकस रहना होगा और प्रशिक्षु अधिकारी के तौरपर बरती गई सतर्कता को कायम रखना होगा, साथ ही राष्ट्रसेवा में पूरी तरह से सजग और ईमानदार रहना होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि कानून के नियम आदर्श राज्य का आधार होते हैं और कानून के प्रवर्तक के रूपमें भारतीय पुलिस सेवा की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि शासन का पूरा परिदृश्य कानून के नियम से विकसित हुआ है, लोकतांत्रिक प्रणाली में इसका विशेष महत्व है, जो यह सुनिश्चित करता है कि सभी नागरिक वास्तव में समान हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आईपीएस अधिकारियों के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है और ऐसे में यह स्वाभाविक है कि लोग वर्दी वाली इस सेवा को रूतबे और रौब के साथ जोड़कर देखते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पुलिस अधिकारी मानवाधिकारों का सम्मान करते हुए कानून के दुरुपयोग को रोकने तथा आम आदमी में सुरक्षा की भावना पैदा करने का काम करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्र भी आतंकवाद और उग्रवाद के उभरते खतरों से उत्पन्न आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए उनसे ईमानदार प्रतिबद्धता और उत्कृष्ट कार्य क्षमता की अपेक्षा करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश के नागरिकों की सेवा करने का सबसे बेहतरीन तरीका संविधान में सबकी भलाई के निहित सिद्धांतों का अनुकरण करना है, ऐसे में वे उम्मीद करते हैं कि पुलिस अधिकारी जनता की भलाई के लिए अथक परिश्रम करने के साथ ही अपनी ऊर्जा और दक्षताओं का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि जब वे लोगों की शिकायतों व तकलीफों का समय और पूरे तर्कसंगत तरीके से निराकरण करेंगे तो उन्हें खुद काफी संतोष होगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अधिकारियों से कहा कि जनता की जरूरतों और उम्मीदों के प्रति ज्यादा संवेदनशील रहने की आवश्यकता है, इससे उन्हें काफी मदद मिलेगी। राष्ट्रपति ने कहा कि जब मामला महिलाओं, बच्चों, गरीबों और समाज के असहाय वर्ग के लोगों से जुड़ा हो तो तब संवेदनशील होना और भी ज्यादा जरुरी है। उन्होंने कहा कि हम डिजिटल युग में हैं, प्रौद्योगिकी पुलिस को बेहतर और प्रभावी तरीके से अपनी सेवाएं देने में मदद कर रही है और उससे भी उम्मीद की जाती है कि वह प्रौद्योगिकी नवाचार का इस्तेमाल करते हुए आम जनता को बेहतर सेवाएं दे। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी ने प्रशिक्षु अधिकारियों में न केवल आवश्यक कौशल विकसित किया है, बल्कि साहस, ईमानदारी और समर्पण जैसे मूल्यों को भी समाहित किया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी सीखने के साथ ही प्रशासन में ईमानदारी और पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखें और उनका अनुकरण करें।