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पुलिस का इतिहास अत्यंत समृद्ध-गृहमंत्री

'सरदारजी ने रखी आजाद भारत की प्रशासनिक नींव'

दिल्ली पुलिस के मुख्यालय का उद्घाटन किया गया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 November 2019 02:09:39 PM

amit shah inaugurated delhi police headquarters

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी दिल्ली में जयसिंह रोड पर दिल्ली पुलिस के मुख्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा है कि भवन के निर्माण से लक्ष्यों की सिद्धि नहीं होती, बल्कि भवन के अंदर भावनाओं का निरूपण जरूरी है। उन्होंने कहा कि दिनरात ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के प्रति नज़रिया बदलने की जरूरत है साथ ही पुलिस को भी जनता की संवेदनाओं को समझकर कार्य करने की आवश्यकता है, तभी सकारात्मक छवि का निर्माण हो सकेगा। गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस की छवि बदलने के लिए सरकार कई सुधार और आधुनिक कार्य कर रही है, हाल ही में पुलिस स्मारक का निर्माण कराया गया है, जिससे पुलिस के चुनौतीपूर्ण कार्यों तथा कई प्रेरणादायक घटनाओं को जनता के सामने रखा जा सकेगा। अमित शाह ने दिल्ली आनेवाले पर्यटकों से पुलिस स्मारक अवश्य जाने को कहा। उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्राथमिकता है, जिसे मजबूत करने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। अमित शाह ने इस मौके पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पुलिस का इतिहास अत्यंत समृद्ध है, अपने बलिदानों और कर्तव्यों से कई बार पुलिस ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किए हैं। गृहमंत्री ने कहा कि 70 साल बाद दिल्ली पुलिस खुद के घर में पहुंची है। अमित शाह ने कहा कि पुलिस हेडक्वार्टर के उद्घाटन के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती से उपयुक्त दूसरा दिन नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल एक ऐसे व्यक्तित्व थे, जो अपने भाषणों से नहीं, बल्कि अपने कार्यों से जाने गए। आजादी के आंदोलन के प्रमुख नेता, किसानों के हितैषी के रूपमें सरदार पटेल की एक छवि सामने थी, किंतु देश के गृहमंत्री बनने के बाद उनका नया रूप देखने को मिला। उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हुआ तो विभाजन से आहत था और रियासतों का मंत्रालय सरदार पटेल को दिया गया। गृहमंत्री ने कहा कि अलग-अलग भाषाओं, संस्कृतियों के कारण रियासतों को एक करने का कार्य अत्यंत दुर्लभ, किंतु महत्वपूर्ण था, परंतु सरदार पटेल ने 550 से ज्यादा रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का स्वरूप तय किया, इस दौरान कई प्रशासनिक चुनौतियों को भी ढृढ़ता के साथ हल किया। अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने आजाद भारत की प्रशासनिक नीवं रखने का भी काम किया, आजादी के पूर्व प्रशासन गुलाम प्रजा से लगान वसूलने का काम करता था, किंतु आजादी के बाद प्रशासन जन सुधार के कार्य करने लगा।
अमित शाह ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी सरदार पटेल को जितना जानेगी उतना देश को जानेगी और जितना उनको अपने जीवन में उतारेगी उतना देश को आगे बढ़ाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल भारतीयता के प्रतीक थे और उन्होंने सरलता और सादगी के साथ जनप्रतिनिधि के रूपमें कार्य किया। अमित शाह ने कहा कि जब राज्य की संरचना हुई थी तो कानून व्यवस्था पहली आवश्यकता बनी, राज्य के विकास में कानून व्यवस्था का महत्वपूर्ण स्थान है, पुलिस से आंतरिक सुरक्षा को मजबूती मिलती है। उन्होंने कहा कि पुलिस की नाकामियों को देखना आसान होता है, किंतु देश के अंदर तमाम गलत गतिविधियों को जान की बाजी लगाकर रोकने का कार्य देखना चाहिए और आमजन को पुलिस को देखने का नजरिया बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश के अंदर जाली नोट, आतंकवाद सहित कई समाज विरोधी गतिविधियों को रोकने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। अमित शाह ने यह भी कहा कि सभी सरकारी विभागों में पुलिस विभाग ऐसा है, जो बिना घड़ी देखे काम करता है। उद्घाटन कार्यक्रम में गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक भी उपस्थित थे।

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