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Monday 01 April 2013 02:03:30 AM
लखनऊ। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का यह बयान आने के बाद कि केंद्र सरकार को कोई खतरा नहीं है और यदि सपा केंद्र से समर्थन वापस लेती है, तब भी सरकार को कोई खतरा नहीं है, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि केंद्र की यूपीए सरकार से समर्थन वापसी का अभी समय नहीं है, फिलहाल उसको हमारा समर्थन जारी है। मुलायम सिंह यादव ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी का कांग्रेस अथवा किसी से भी मिलकर चुनाव लड़ने का कोई सवाल नहीं है, उन्हें यूपी में किसी की जरूरत नहीं है, चुनाव बाद तीसरे मोर्चे की बात आएगी और तीसरी ताकत की केंद्र में सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूं, लेकिन बिना समाजवादी पार्टी के केंद्र की सरकार भी नहीं बन सकेगी।
सपा मुख्यालय पर न्यूज़ चैनलों से बात करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि द्रमुक के अध्यक्ष करूणानिधि ने कांग्रेस को समर्थन दिया तो उन्हीं के मंत्री और उनकी बेटी को फंसाकर जेल भेज दिया गया, कांग्रेस का कोई भरोसा नहीं है, जो कांग्रेस का साथ देते हैं, वह उन्हीं को धोखा देती है, मैने बुरे दिनों में सरकार बचाई, नहीं बचाई होती तो ये यूपीए सत्ता में नहीं रह पाती, कांग्रेस भय दिखाकर समर्थन हासिल करती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वही धोखेबाज हैं, जो कांग्रेस से समाजवादी पार्टी की किसी डील के बारे में बातें करते हैं।
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मैं सांप्रदायिक शक्तियों को केंद्र की सत्ता से बाहर रखने के लिए ही कांग्रेस को समर्थन दे रहा हूं, लोकसभा में मुद्दों के गुणदोष के आधार पर समर्थन या विरोध करता हूं, मैं जानता हूं कि अभी सरकार से समर्थन वापस लूं तो कांग्रेस सरकार गिराने को मुद्दा बनाएगी, केंद्र की कांग्रेस सरकार घोटालो की सरकार है, केंद्र के कर्ज माफी में घोटाला, कोयला घोटाला और हेलीकाप्टर खरीद में घोटाला सब कांग्रेस सरकार की देन है, हम कभी भाजपा का साथ नहीं देगें। उन्होंने कहा कि मैं किसी से डरता नहीं हूं, इसलिए खुलकर बोल रहा हूं, समाजवादी पार्टी सिद्धांतवादी पार्टी है, मैने किसी को धोखा नहीं दिया, मुझे ही धोखा दिया गया है, मेरी कथनी-करनी में कोई अंतर नहीं है।
मुलायम सिंह यादव ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध पार्टी है, बाबरी मस्जिद को टूटने से बचाने के लिए समाजवादी पार्टी सरकार को कड़े कदम उठाने पड़े थे, लेकिन इससे देश की एकता की रक्षा हुई। मुसलमानों को तब भरोसा हुआ कि यह देश आस्था से नहीं, संविधान से चलेगा, समाजवादी पार्टी ही सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ती रही है, जनता का समर्थन हमारे साथ है यह आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा से हमेशा समाजवादी पार्टी ही लड़ती रही है, किसी ने इस लड़ाई में हमारा साथ नहीं दिया। भाजपा में अटल बिहारी बाजपेयी औरलालकृष्ण आडवाणी से कश्मीर, अयोध्या और मुसलमानों के सवालों पर मेरा हमेशा विरोध रहा है, कांग्रेस हमेशा तमाशबीन रही है, मैने आडवाणी का और भाजपा का न तो कभी समर्थन किया है और ना ही कभी करूंगा, भाजपा से मेरा कभी मेल नहीं हो सकता है, जनता को मेरे बयान पर विश्वास है, जनता ही सर्वोपरि होती है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शिकायती लहजे में कहा कि मीडिया मेरे पक्ष में जाने क्यों नहीं रहता है, यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है फिर भी दुष्प्रचार होता है कि यहां कानून व्यवस्था भंग है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का कामकाज ठीक है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में दूसरे राज्यों से बेहतर सरकार चल रही है, सिंचाई, पढ़ाई और दवाई की मुफ्त व्यवस्था है, गंभीर बीमारी का इलाज मुफ्त है, किसानों का 1600 करोड़ रूपए का कर्ज माफ किया गया है, मुस्लिम कन्याओं को शादी और पढ़ाई के लिए एकमुश्त 30 हजार रूपए, कब्रिस्तानों की चहारदीवार का निर्माण, बेरोज़गारी भत्ता, कन्या विद्याधन तथा लैपटॉप का वितरण आदि इतने अच्छे कार्यक्रम और किसी राज्य में नहीं चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का अध्यक्ष हूं, तो सरकार को सावधान करता रहता हूं कि मंत्रिगण संभल कर चलें, उन पर भ्रष्टाचार का आरोप न लगे, आडवाणी की बात का जिक्र सरकार को सावधान करने के लिए किया गया था, आडवाणी के बारे में जो कहा उसका दूसरा अर्थ नहीं हो सकता है, फिर पता नहीं क्यों इसे मीडिया ने मुद्दा बना लिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के बारे में जो कुछ तय करना होगा, कांग्रेस ही तय करेगी, वैसे जो अपने लड़के की जमानत नहीं बचा पाए वही उन्हें प्रधानमंत्री बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेनी वर्मा हमेशा मुसलमानों का विरोधी रहा है, केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार एवं संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने भी बेनी के बयान को अच्छा नहीं माना था, सोनिया गांधी ने बेनी वर्मा के बयान का बहुत बुरा माना था, यहसोनिया गांधी का बड़प्पन था।