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Tuesday 5 November 2019 05:30:54 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने दिल्ली विश्वविद्यालय के 96वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और इस संस्थान को उच्चस्तर तक ले जाने में अनुकरणीय प्रयासों की सराहना की। रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रति ईमानदार, निडर और निर्भीक होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को नए स्तर की ऊर्जा, नवीन उत्साह और सही दिशा अपनाने के लिए भी उत्साहित किया। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय को उसकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और 2022 में इसकी स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर और प्रतिष्ठा अर्जित करने की शुभकामना भी दी।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने कहा कि 1922 में इसकी स्थापना के बाद सेदिल्ली विश्वविद्यालय लगातार उत्कृष्ट व प्रगतिशील प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की शुरूआत 750 छात्रों से हुई थी, जिसमें अभी 7 लाख छात्र हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों का परिवार भी न केवल विशाल है, बल्कि विलक्षण और विस्मयकारी भी है। प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश दोनों दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय 96.6 प्रतिशत अंक के साथ छात्रशक्ति की कसौटी पर विश्व क्यूएस रैंकिंग में पहला स्थान रखता है।
यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह ने छात्रों को समाज के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के मूल्यों और इसके फायदों के बारे में बताया। विश्वविद्यालय के दो प्रख्यात पूर्व छात्र प्रोफेसर महेश वर्मा वीसी जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय और रजत शर्मा अध्यक्ष और प्रधान संपादक इंडिया टीवी को इस अवसर पर सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट की 592 डिग्री, डीएम/एमसीएच की 86 डिग्री और 305 से अधिक पदक व पुरस्कार छात्रों को प्रदान किए गए।