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Friday 8 November 2019 05:16:39 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य राष्ट्रों के विभाग प्रमुखों की बैठक में कहा है कि आपदा प्रबंधन की दिशा में सामंजस्य बिठाने के लिए एससीओ सर्वोच्च मंच है और मंत्री स्तर की इस महत्वपूर्ण बैठक में एससीओ देशों के बीच बेहतर सहयोग तथा सामंजस्य स्थापित होगा। उनका कहना था कि आपदा प्रबंधन सहयोग के लिए भारत सदैव तत्पर है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल ने आपात स्थितियों के निवारण एवं निराकरण से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श हेतु यह बैठक आयोजित की थी। अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किर्गिस्तान की राजधानी बिस्वेक में एससीओ के 19वें सम्मेलन में साझा क्षेत्र में संपर्क को और बेहतर करने की जरूरत पर बल दिया था और आपसी सहयोग को मजबूत बनाने की दिशा में संयुक्त अभ्यास के मंत्र को एक महत्वपूर्ण कदम बताया था।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अगस्त 2017 में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सरकारी विभागों के प्रमुखों की बैठक में भाग लिया था तथा प्रस्ताव दिया था कि भारत सर्च और बचाव विषय पर एक संयुक्त अभ्यास आयोजित कर सकता है, जिसे आज पूर्णता मिली है। अमित शाह ने कहा कि चार दिन तक चले अभ्यास से सभी एससीओ देशों की आपदा प्रतिरोधी क्षमता बढ़ेगी और प्रभावी कार्यांवयन करने में भी सफलता प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि एससीओ संगठन पूरी दुनिया के 20 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र और 40 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए आपदा प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है। उन्होंने कहा कि भूकंप, बाढ़ तथा जलवायु परिवर्तन पर ठोस प्रयास करने की जरूरत है, जिसे इस संगठन के माध्यम से संभव किया जा सकेगा और भविष्य में आपदा प्रबंधन की विभिन्न चुनौतियों से आसानी से निपटा जा सकेगा।
अमित शाह ने विश्वास जताया कि शहरी भूकंप सर्च संयुक्त अभ्यास हमारी सामूहिक तैयारी में सुधार करने में बहुत उपयोगी होगा, भूकंप के बाद की कार्रवाई में समन्वय करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रक्रियाओं को समझने में सहायता करने के अतिरिक्त सभी प्रतिभागी टीम के सदस्यों के बीच जानकारी और मित्रता होने में भी इससे मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब सदस्य देशों को आपदा की स्थिति से निपटने के लिए मिलकर कार्रवाई करनी होगी, उस समय साझा अभ्यास का अनुभव बहुत काम आएगा। अमित शाह का कहना था कि भारत आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना संबंधित संगठन की अगुवाई कर रहा है, जो बहुमुखी होगा। उन्होंने कहा कि डिजास्टर रिलीफ इंफ्रास्ट्रक्चर में विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि बैठक में वर्ष 2020-21 की कार्ययोजना पर चर्चा तथा अनुमोदन किया जाएगा और आपसी सहयोग के नए द्वार खुलेंगे।