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Thursday 14 November 2019 04:41:39 PM
नई दिल्ली। सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रो बायल टेक्नोलॉजी चंडीगढ़ ने सहयोगपूर्ण अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे के साथ एक समझौता किया है। समझौते से दोनों संस्थानों के अनुसंधानकर्ताओं और प्राध्यापकों के बीच विचारों का आदान-प्रदान, नई जानकारी के विकास और उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान में मदद मिलेगी। इस सहयोग का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र खासतौर से परियोजनाओं और मिशन में आधुनिक अनुसंधान करना है, जहां दोनों संस्थान एक-दूसरे को सहयोग कर सकें। साझेदारी से दोनों संस्थानों को लाभ होगा, क्योंकि इससे अनुसंधान, अध्यापन, विकास और सहयोगपूर्ण अनुसंधान परियोजनाओं के कार्यांवयन, व्यावसायिक विकास कार्यक्रमों और क्षमता निर्माण प्रयासों के उद्देश्य से प्राध्यापकों और छात्रों का आदान-प्रदान किया जा सकेगा।
आईआईटी बॉम्बे के डीन, अनुसंधान और विकास के प्रोफेसर मिलिंद अत्रे और सीएसआईआर-आईएमटीईसीएच के ऑफिशिएटिंग निदेशक डॉ मनोज राजे ने अपने-अपने संस्थानों की ओर से सीएसआईआर के महानिदेशक और डीएसआईआर के सचिव डॉ शेखर सी मांडे की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का स्वागत करते हुए डॉ शेखर सी मांडे ने कहा कि आईआईटी बॉम्बे देश के शीर्ष रैंक वाले संस्थानों में से एक है और आईएमटीईसीएच एवं भारत की उन चिकित्सा जरूरतों पर विशेष ध्यान दे रहा है, जो अभी पूरी नहीं की जा सकी हैं, यह समझौता विशेषकर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सहयोगपूर्ण अनुसंधान को बढ़ावा देगा। यह समझौता वर्ष 2018 में एमएचआरडी के जारी परिपत्र की तर्ज पर है, जिससे सभी आईआईटी के लिए सीएसआईआर से सम्बद्ध राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशालाओं के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का मार्ग प्रशस्त होगा।
आशा की जा रही है कि इससे एक और नया सहयोग शुरू होगा और जहां पहले से ही ऐसे सहयोग मौजूद हैं, वहां उन्हें और ज्यादा बढ़ाया जा सकेगा। यह भी माना गया है कि दोनों संस्थानों के प्राध्यापक इस समझौता ज्ञापन के नीचे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग कायम करने के बारे में बातचीत कर सकेंगे। डॉ मनोज राजे ने कहा कि इंजीनियरिंग और विज्ञान के दो श्रेष्ठ संस्थान औपचारिक तौरपर एकजुट हुए हैं और आशा है कि दोनों संस्थानों के प्राध्यापक और छात्र सहयोगपूर्ण अनुसंधान परियोजनाओं, व्यवसायिक विकास कार्यक्रमों और क्षमता निर्माण प्रयासों के विकास और कार्यांवयन की दिशा में कार्य करेंगे। सीएसआईआर-आईएमटीईसीएच माइक्रो बायल विज्ञान में एक उत्कृष्ट राष्ट्रीय केंद्र है, जिसकी स्थापना 1984 में की गई थी।