स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 15 November 2019 04:26:37 PM
तवांग (अरूणाचल प्रदेश)। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अरूणाचल प्रदेश के शहर तवांग में 11वें मैत्री दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा है कि नए भारत का मार्ग पूर्वोत्तर से होकर गुजरता है और सरकार पूर्वोत्तर गलियारा बनाने पर विचार कर रही है, जो भारत और दक्षिण एशिया के बीच भूमि सेतु के रूपमें काम करेगा, यह गलियारा रोज़गार अवसरों का सृजन करेगा और व्यापार एवं पर्यटन को बढ़ावा देगा। राजनाथ सिंह ने एक्ट ईस्ट नीति के अंतर्गत पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास पर सरकार की प्राथमिकता की चर्चा करते हुए कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व में चौतरफा विकास के मार्ग पर तेजीसे आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार के प्रति सरकार के निर्णयों में सेला दर्रा से तवांग तक सुरंग निर्माण, पासीघाट हवाईअड्डे को चालू करना, ईटानगर के निकट होलोंगी हवाईअड्डा स्थापना की मंजूरी और क्षेत्र में तीन रणनीतिक रेल लाइनों की स्थापना के लिए कार्य शामिल हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इन परियोजनाओं से स्थानीय लोगों को सभी मौसम में कनेक्टिविटी मिलेगी, सशस्त्र बलों की आवाजाही में मदद मिलेगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू की पंचवर्षीय सड़क परियोजना की सराहना की, जिसके तहत 2024 तक सभी वर्तमान अंतरराज्य तथा अंतर जिले सड़कें राज्य उच्चमार्ग मानकों के अनुरूप उन्नत बनाई जाएंगी। रक्षामंत्री ने कहा कि मैत्री दिवस समारोह क्षेत्र के लोगों की देशभक्ति तथा सशस्त्र बलों के साथ उनकी घनिष्ठता का संकेत देता है। उन्होंने कहा कि नागरिक और सेना की मित्रता इस बात का आश्वासन है कि देश की सीमाएं दोहरे रूपसे सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि नए भारत के सपनों को साकार करने के लिए लोगों, नागरिक प्रशासन, पुलिस तथा केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों में एक भाव होना चाहिए। रक्षामंत्री ने सीमावर्ती राज्य के युवाओं से सशस्त्र सेनाओं में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अरूणाचाल प्रदेश के लोग अपनी देशभक्ति के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय तवांग सहित अरूणाचल प्रदेश के भागों में सेनाभर्ती केंद्र स्थापित करने का काम करेगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ईटानगर में सेना संपर्क सेल बनाने पर विचार कर रही है, ताकि अरूणाचल प्रदेश में संचालन उद्देश्यों के लिए सेना के साथ सहयोग में सहायता हो सके। भारतीय सेना, तवांग नागरिक प्रशासन तथा स्वयंसेवियों ने दो दिवसीय सामाजिक सैन्य सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया था, जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि थे। सम्मेलन का उद्घाटन संयुक्त रूपसे अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने किया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तवांग युद्ध स्मारक भी गए और वहां 1962 के युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।