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Wednesday 20 November 2019 01:04:18 PM
नई दिल्ली। भारतीय रेल की पर्यटन इकाई ‘भारतीय रेल खान-पान और पर्यटन निगम लिमिटेड’ यानी आईआरसीटीसी ने गोल्डन चैरियट ट्रेन के संचालन और प्रचार के लिए कर्नाटक राज्य पर्यटन निगम यानी केएसटीडीसी के साथ एक समझौता किया है। केएसटीडीसी जल्दी ही रेलगाड़ी का परिचालन आईआरसीटीसी को सौंपने जा रहा है। आईआरसीटीसी केरल के पर्यटन स्थलों के अनुरूप गोल्डन चैरियट ट्रेन के परिचालन समय और ठहराव वाले स्थानों में बदलाव करने जा रहा है। ट्रेन की समयसारिणी में यह बदलाव राज्य के इतिहास, संस्कृति, वन्यजीव और प्राकृतिक आकर्षणों के अनुरूप होगा। इसमें बांदीपुर, मैसूर, हालीबीड, चिकमंगलूर, हाम्पी, बीजापुर और गोवा जैसे पर्यटन स्थलों को जोड़ने का प्रस्ताव भी है। आईआरसीटीसी रेलगाड़ी की आंतरिक साज-सज्जा में बदलाव करने के बाद मार्च 2020 से इसका परिचालन शुरु कर देगा।
रेल राज्यमंत्री सुरेश सी अंगड़ी और कर्नाटक के पर्यटन मंत्री सीटी रवि की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। रेल राज्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह समझौता भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और देश में कम से कम पांच पर्यटन स्थलों को देखने जाने के देशवासियों के लिए उनके आह्वान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सुरेश अंगड़ी ने आईआरसीटीसी और केएसडीटीसी को टिकटों की कीमतें प्रतिस्पर्धी रखने का निर्देश दिया, ताकि आम लोग भी इस ट्रेन की सुविधा का लाभ उठा सकें। सुरेश अंगड़ी ने कहा कि यह ट्रेन दक्षिण भारत में पर्यटन को बढ़ावा देगी। कर्नाटक के पर्यटन मंत्री ने कहा कि कर्नाटक सरकार और केएसटीडीसी 2008 से ही गोल्डन चैरियट ट्रेन का संचालन और रखरखाव देख रही है, यह पूरे दक्षिण भारत की पहली और एकमात्र लक्जरी रेलगाड़ी है। उन्होंने कहा कि यह रेलगाड़ी इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और धरोहरों का दर्शन कराती है।
रेल राज्यमंत्री सुरेश सी अंगड़ी ने कहा कि आईआरसीटीसी और केएसटीडीसी के बीच आज हुआ समझौता दोनों के लिए लाभदायी होगा और इस साझेदारी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आईआरसीटीसी और केएसटीडीडी दोनों घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए गोल्डन चैरियट ट्रेन का सफल संचालन और प्रचार करेंगे। उन्होंने इस परियोजना के लिए हर संभव जरूरी मदद और सहयोग का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि गोल्डन चैरियट रेलगाड़ी का परिचालन 2008 में शुरु हुआ था, यह कर्नाटक सरकार और भारतीय रेल का संयुक्त उपक्रम है। अठ्ठारह डिब्बों वाली इस रेलगाड़ीमें यात्रियों के लिए 44 कमरे हैं, जिसमें एकबार में 84 यात्री सफर कर सकते हैं। यह रेलगाड़ी कर्नाटक और दक्षिण भारत के कई राज्यों के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों की यात्रा कराती है। आईआरसीटीसी को देशभर में कई पर्यटन रेल परियोजनाओं को संचालित करने की विशेषज्ञता और अनुभव है। यह बेहद लोकप्रिय महाराजा एक्सप्रेस लक्जरी रेलगाड़ी का भी संचालन करती है। इसका परिचालन 2010 में शुरु किया गया था।