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Saturday 30 November 2019 05:26:49 PM
पोरबंदर। भारतीय नौसेना का एयर स्क्वाड्रन 314 पोरबंदर के नेवल एयर इंक्लेव में शानदार समारोह में नौसेना के विमान बेड़े में शामिल किया गया। यह छठा डोर्नियर विमान स्क्वाड्रन है। उप नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल एमएस पवार समारोह में मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भारतीय नौसेना स्क्वाड्रन एनएस 314 को कमीशन किया जाना मैरिटाइम सुरक्षा बढ़ाने तथा उत्तर अरब सागर में निगरानी की दिशा में एक और शानदार प्रयास है। उन्होंने कहा कि अपनी रणनीतिक जगह के कारण स्क्वाड्रन गंभीर क्षेत्र में पहली कार्रवाई करेगा।
एयर स्क्वाड्रन 314 का नाम हिंसक पक्षी परिवार के ‘रैपटर्स’ से लिया गया है। स्क्वाड्रन के प्रतीक चिन्ह में भी विशाल समुद्र में खोज करते रैपटर पक्षी को दिखाया गया है। रैपटर बड़ी हिंसक पक्षी है और उसकी संवेदी क्षमता शानदार होती है, उसके नाखून मजबूत और धारदार होते हैं और उसके मजबूत पंख विमान की क्षमताओं के प्रतीक हैं। स्क्वाड्रन बहुभूमिका वाले एसआरएमआर विमान डोर्नियर का संचालन करेगा। इसका जुड़वा टर्बोप्रॉप ईंजन हिंदुस्तान एरोनॉटिक्ल लिमिटेड (एचएएल) ने बनाया है। इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक युद्ध मिशनों, समुद्र निगरानी, खोज तथा बचाव कार्य और हथियार प्लेटफॉर्म को लक्ष्य डाटा प्रदान करने में किया जाएगा।
गौरतलब है कि नौसेना मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी विकास और आत्मनिर्भरता में योगदान करते हुए एचएएल से 12 नए डोर्नियर विमान खरीद रही है। ये विमान अत्याधुनिक संवेदी प्रणाली और ग्लासकॉकपिट अग्रणी निगरानी राडार, ईएलआईएनटी, आप्टिकल सेंशर तथा नेटवर्किंग विशेषताओं जैसे उपकरण से लैस हैं। यह स्क्वाड्रन चार नई टेक्नोलॉजी वाले अगली पीढ़ी के डोर्नियर विमान को स्वीकार करने और चलाने वाला पहला स्क्वाड्रन है। आईएनएएस 314 की कमान अनुभवी डोर्नियर योग्यताप्राप्त नेविगेशन इंसट्रक्टर कैप्टन संदीप राय ने संभाली है।