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Monday 16 December 2019 05:35:53 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि नागरिकता संशोधन कानून से देश का कोई भी नागरिक चाहे वह किसी भी धर्म का हो प्रभावित नहीं होगा। प्रधानमंत्री ने इस बारे में कई ट्वीट करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शन दुर्भाग्यपूर्ण और अत्यंत दुखद हैं। उन्होंने कहा कि बहस, चर्चा और मतभेद लोकतंत्र का अहम हिस्सा हैं, लेकिन सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और सामान्य जनजीवन में व्यवधान हमारे लोकाचार का कभी भी हिस्सा नहीं रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम-2019 संसद के दोनों सदनों में भारी बहुमत से पारित किया गया है, यह बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों और सांसदों के समर्थन से पारित हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कानून सबको अपनाने, सौहार्द, भाईचारे और करूणा की देश की सदियों पुरानी संस्कृति का परिचायक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अपने समस्त देशवासियों को समान रूपसे आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह काननू किसी भी धर्म के भारत के नागरिक को प्रभावित नहीं करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसी भी भारतीय को इसे लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, यह कानून केवल उन लोगों के लिए है, जिन्होंने वर्षों से बाहर उत्पीड़न का सामना किया है और जिनके पास भारत आने के अलावा और कोई जगह नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि समय की आवश्यकता है कि हम सभी भारत के विकास तथा प्रत्येक देशवासी विशेषकर गरीबों, दलितों और समाज के हाशिये पर जी रहे लोगों को सशक्त बनाने के लिए मिलकर प्रयास करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम स्वार्थी तत्वों को हमें बांटने और अशांति पैदा करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समय शांति, एकता और भाईचारा बनाए रखने का है, मेरी सभी से अपील है कि वे अफवाह और झूंठ फैलाने वालों सें बचें।