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Monday 23 December 2019 05:18:17 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में भारत की आंतरिक खुफिया एजेंसी आईबी यानी इंटेलिजेंस ब्यूरो के शताब्दी एंडॉवमेंट व्याख्यान में कहा है कि पूर्वोत्तर में आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद और विद्रोह अगले पांच वर्ष में पूरी तरह समाप्त हो जाए, इसके लिए नरेंद्र मोदी सरकार निरंतर प्रयासरत है। इंटेलिजेंस ब्यूरो के 32वें व्याख्यान में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों से अच्छी तरह निपटने के लिए खुफिया ब्यूरो की प्रशंसा की। गृहमंत्री ने इन पांच वर्ष में आतंकी मॉड्यूल्स का खुलासा करने में खुफिया ब्यूरो के कार्य का विशेष रूपसे उल्लेख करते हुए वर्षों से पूर्वोत्तर में विद्रोह से बहुत प्रभावी रूपसे निपटने के लिए भी खुफिया ब्यूरो की सराहना की। गृहमंत्री ने आगामी वर्ष में राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों को सूचीबद्ध करते हुए विशेष रूपसे भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए राष्ट्रीय उद्देश्य की पृष्ठभूमि में देश की भूमि और समुद्रीय सीमाओं को सुरक्षित करने पर विशेष ध्यान दिया।
गृहमंत्री अमित शाह ने एंडॉवमेंट व्याख्यान में इन चुनौतियों के समाधान की पहचान करने और इनसे निपटने के नए-नए तरीकों की तलाश करने के लिए आईबी को प्रोत्साहित करते हुए अपने दृष्टिकोण को अधिक प्रभावी रूपसे बदलने का निर्देश दिया। गृहमंत्री ने कहा कि वे आईबी कर्मियों को नमन करते हैं, जोकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बिना थके, चुपचाप काम करते हैं और देश को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो को सुरक्षा तंत्र का मस्तिष्क बताते हुए गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा आतंकवाद और नक्सलवाद के प्रति जीरो टोलरेंस सुनिश्चित करने में मदद की। इस संदर्भ में उन्होंने मानव और हथियारों की तस्करी, सीमापार से घुसपैठ, नकली भारतीय मुद्रा नोट, हवाला लेन-देन, नशीली दवाओं की तस्करी के साथ-साथ साइबर खतरों की चुनौतियों की कड़ियों को जोड़ने की ओर इशारा किया।
गृहमंत्री अमित शाह ने देश के सामने गंभीर सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक विशेष पहल की जरूरत पर जोर देते हुए साइबर सुरक्षा जैसे विशेष क्षेत्रों में सहयोगी एवं पेशेवर विशेषज्ञों की जरूरत पर बल दिया। विभिन्न सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के बीच तालमेल के महत्व को दर्शाते हुए अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिए त्वरित चरणवार और समयबद्ध रणनीति के साथ तेज खुफिया विश्लेषण करने के लिए आईबी कर्मियों को प्रेरित किया। गृहमंत्री ने खुफिया ब्यूरो की कड़ी मेहनत और विशेषज्ञता की प्रशंसा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनका कार्य आईबी के इतिहास के वृतांत में स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया जाएगा।