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Thursday 2 January 2020 02:22:38 PM
नई दिल्ली/ लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने आज श्रीगुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर देश-विदेश में रहने वाले खासतौर पर सिख समाज को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट संदेश में कहा है कि हम आदरणीय श्रीगुरु गोविंद सिंह को उनके प्रकाश पर्व पर नमन करते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी खालसा पंथ के संस्थापक और दसवें सिख श्रीगुरु गोविंद सिंह की जयंती पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीगुरु गोविंद सिंह ने समाज को सत्य, न्याय, धर्म और भलाई हेतु प्रेरित किया, उन्होंने जुल्म, अन्याय, अत्याचार के विरुद्ध आगे बढ़कर नेतृत्व प्रदान किया, समाज के उपेक्षित वर्ग के लोगों को समाज की मुख्यधारा में सम्मिलित करके सामाजिक समरसता का वातावरण बनाने का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सभी को श्रीगुरु गोविंद सिंह के बताए रास्ते पर चलकर देश और समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
ज्ञातव्य है कि श्रीगुरु गोविंद सिंह एक महान योद्धा, कवि, भक्त एवं आध्यात्मिक नेता थे। उन्होंने बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी, जो सिखों के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। श्रीगुरु गोविंद सिंह ने सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरुग्रंथ साहिब को पूरा किया तथा उन्हें गुरू रूपमें सुशोभित किया। उन्होंने धर्म के लिए समस्त परिवार का बलिदान किया, जिसके लिए उन्हें 'सरबंसदानी' (सर्ववंशदानी) भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त वे जनमानस में वे कलगीधर, दशमेश, बाजांवाले आदि नाम, उपनाम व उपाधियों से जाने जाते हैं। श्रीगुरु गोविंद सिंह जहां विश्व की बलिदानी परम्परा में अद्वितीय थे, वहीं वे स्वयं एक महान लेखक, मौलिक चिंतक तथा संस्कृत सहित कई भाषाओं के ज्ञाता भी थे। उन्होंने स्वयं कई ग्रंथों की रचना की। वे विद्वानों के संरक्षक थे। उनके दरबार में 52 कवियों तथा लेखकों की उपस्थिति रहती थी, इसीलिए उन्हें संत सिपाही भी कहा जाता था। वे भक्ति तथा शक्ति के अद्वितीय संगम थे।