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Friday 3 January 2020 04:34:57 PM
बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के तुमकुर में श्री सिद्धगंगा मठ गए और श्रीश्री शिवकुमार स्वामी के स्मारक संग्रहालय का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि वह बहुत सौभाग्यशाली हैं कि वह ऐसी पवित्र भूमि से वर्ष 2020 की शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि श्री सिद्धगंगा मठ की पवित्र ऊर्जा भारत देश के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाएगी। उन्होंने कहा कि मैंने इस बात का व्यक्तिगत रूपसे अनुभव किया है कि हम सभी पूज्य स्वामी श्रीश्री शिवकुमार की शारीरिक अनुपस्थिति को अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि उनका निहारना मात्र ही बहुत समृद्ध और प्रेरणादायक था, उनके प्रेरणादायक व्यक्तित्व से यह पवित्र स्थान समाज को दिशा प्रदान करता आ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा यह भी सौभाग्य है कि मुझे श्रीश्री शिवकुमार स्वामी की स्मृति में बनाए जाने वाले इस संग्रहालय की आधारशिला रखने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह संग्रहालय न केवल लोगों को प्रेरित करेगा, बल्कि समाज और देश को दिशा देने का काम भी करेगा। उन्होंने कहा कि भारत ने नई ऊर्जा और नए उत्साह के साथ 21वीं सदी के तीसरे दशक में प्रवेश किया है। उन्होंने राष्ट्र से यह स्मरण करने को कहा कि पिछले दशक की शुरुआत कैसे हुई। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उम्मीदों, आकांक्षाओं के मजबूत पायदान पर शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आकांक्षा नए भारत के लिए है, जो युवा सपनों की है, यह देश की बहन-बेटियों की आकांक्षा है, यह आकांक्षा देश के गरीबों, दलितों, वंचितों, पीड़ितों, पिछड़ों और आदिवासियों के लिए है, यह आकांक्षा भारत को एक समृद्ध, सक्षम और संपूर्ण विश्व शक्ति के रूपमें देखने की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अनेक लोग अपनी और अपनी बेटियों की जान बचाने के लिए पाकिस्तान से भाग कर भारत आए हैं, हर देशवासी के मन में यह सवाल है कि लोग पाकिस्तान के खिलाफ बोलने की बजाय इन पीड़ित लोगों के खिलाफ क्यों जुलूस निकाल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की संसद के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों के लिए कहा कि अगर उनको आंदोलन करना है तो 70 वर्ष में पाकिस्तान के कारनामों के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाएं, पाकिस्तान में जिस तरह से अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जा रहा है, उसके खिलाफ नारे लगाएं, अगर उनको कोई जुलूस निकालना है तो पाकिस्तान में प्रताड़ित किए जा रहे हिंदू, दलित, पीड़ित, शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालें। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि पाकिस्तान की भारत विरोधी खतरनाक हरकतों का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खुलासा किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 प्रस्तावों पर संत समाज का सक्रिय समर्थन मांगा है। पहला-हर व्यक्ति के कर्तव्यों और दायित्वों को महत्व देते हुए भारत की प्राचीन संस्कृति को मजबूत बनाना, दूसरा-प्रकृति और पर्यावरण की सुरक्षा करना और तीसरा-जल संरक्षण, जल संचयन के बारे में जन जागरुकता के लिए सहयोग करना। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा ही उचित मार्ग के लिए संतों, महात्माओं और गुरुओं को एक प्रकाश स्तंभ के रूप में देखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह प्रत्येक भारतीय की मनोभावना बन गई है कि हमें जो समस्याएं विरासत में मिली हैं, उनका समाधान करना होगा और यह संदेश हमारी सरकार को प्रेरित और प्रोत्साहित करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुमकुर में एक जनसभा को भी संबोधित किया और राज्यों के प्रगतिशील किसानों को कृषिमंत्री के कृषि कर्मण पुरस्कार और प्रशंसा पुरस्कार वितरित किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2019 से मार्च 2020 तक की अवधि के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 2000 रुपये की तीसरी किस्त भी जारी की, इससे लगभग 6 करोड़ लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कर्नाटक के चुनिंदा किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड भी वितरित किए। प्रधानमंत्री ने 8 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के लाभार्थियों को पीएम किसान के तहत प्रमाणपत्र भी सौंपे। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के चुनिंदा किसानों को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने वाली नौकाओं और फिशिंग वेसल्स ट्रांसपोंडरों की चाबियां सौंपी। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए वर्ष पर नए दशक की शुरुआत में अन्नदाता-हमारे किसान भाईयों और बहनों को देखना उनके लिए बड़े सौभाग्य की बात है। उन्होंने 130 करोड़ देशवासियों की ओर से देश के किसानों को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कर्नाटक की भूमि ने वह ऐतिहासिक क्षण भी देखा है, जब देश के लगभग 6 करोड़ किसानों को उनके निजी खातों में सीधे ही पीएम किसान योजना के तहत पैसा वितरित किया गया।