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Thursday 04 April 2013 10:06:10 AM
नई दिल्ली। पाकिस्तान में नारकीय जीवन जीने से त्रस्त होकर अपनी जान बचाकर भागे पाकिस्तानी हिंदुओं के मानवाधिकारों की रक्षार्थ विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र सरकार,दिल्ली सरकार के साथ ही साथ दिल्ली की जनता से भी आगे आकर सहायता का हाथ बढ़ाने की अपील की है। विहिप दिल्ली के महामंत्रीसत्येंद्र मोहन ने कहा है कि पाकिस्तान में हिंदुओं की दुर्दशा, माता बहनों का अपहरण, बलात्कार, जबरन धर्म परिवर्तन, मंदिरों, गुरुद्वारों व अन्य आस्था केंद्रों पर हमले, जजिया कर वसूली के अलावा उन्हे काफ़िर कह कर बुलाया जाना, यहां तक कि अंतिम संस्कार के लिए शव को जलाए जाने तक की आजादी तक न होना समस्त हिंदू समाज के लिए बेहद चिंतनीय है।
उन्होंने मांग की है कि पाकिस्तान से अभी हाल ही में दिल्ली आए 480 हिंदुओं के दल को अबिलंब नागरिक सुविधाएं प्रदान करने की व्यवस्था हो तथा जब तक उनकी यहां की नागरिकता की औपचारिकताएं पूरी नहीं होतीं दिल्ली सरकार अपनी ओर से उनके रहने, खाने पीने तथा रोज़गार के साथ सुरक्षा की व्यवस्था उपलब्ध कराए। विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने कहा कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 229, 222 व 29 की संख्या में क्रमश: दिनांक 10, 18 व 27 मार्च को दिल्ली पहुंचे कुल 480 पीड़ित हिंदुओं की दर्दनाक स्थिति देखी नहीं जा रही है।
विनोद बंसल ने कहा कि अखंड भारत के ये सभी नागरिक भारत विभाजन की विभीषिका के बाद से वहां नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं, उन्हें वहां न शिक्षा का अधिकार है न रोज़गार का, न अपने त्योहार मनाने का अधिकार है न धार्मिक अनुष्ठान करने का, न मंदिर जाने का अधिकार है और न ही गौ पालन का। वहां न बच्चे सुरक्षित हैं न महिलाएं, न मंदिर सुरक्षित हैं न पाठशालाएं। पग-पग पर किसी न किसी अनहोनी का डर हमेशा सताता रहता है। उन्होंने कहा कि आखिर हज यात्रियों के लिए सहायता राशि को दिल्ली की मुख्यमंत्री ने इस साल के बजट में दुगुना कर दो करोड़ किया है, तो पाकिस्तान से पीड़ित हो कर आने वाले अपने इन हिंदू बंधु-बांधवों के लिए भी तो बजट में कुछ प्रावधान किया ही होगा।
विश्व हिंदू परिषद की ओर से इस संबंध में भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री, कानून मंत्री, दिल्ली के उप राज्यपाल, मुख्यमंत्री के अलावा भारत व संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकार आयोगों को एक पत्र भी भेजा जा चुका है, जिसके जबाब व कार्रवाई की प्रतीक्षा है, तब तक सभी धर्मावलंबी व समाज सेवी व्यक्तियों तथा संस्थाओं से अपील की गई है कि 480 लोगों की विविध प्रकार की तात्कालिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु वे सभी आगे आकर मदद के हाथ बढाएं।
विनोद बंसल ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद, हिंदू महासभा व आर्य समाज सहित अनेक संस्थाओं के साथ-साथ आगंतुकों के अभिभावक बने नाहर सिंह दिन रात सेवा कार्य कर रहे हैं, किंतु यह यज्ञ में सिर्फ़ एक आहूति के बराबर ही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के समस्त हिंदू जनमानस को दिल्ली की अंबेडकर कालोनी बिजवासन जाकर अपने पीड़ित बंधु-बांधवों के हाल-चाल अवश्य पूछने चाहिएं। विहिप के प्रांत उपाध्यक्ष महावीर प्रसाद के प्रयासों से नजफ़गढ़ जिला मंत्री अतर सिंह यादव एक टेंपो खाद्य व अन्य रोज़मर्रा की सामग्री लेकर स्थानीय समाज सेवी नारायण सिंह के साथ बिजवासन स्थित कैंप पहुंचे तथा उन सबके हाल चाल भी पूछे। इससे पूर्व भी विहिंप के द्वारिका जिला मंत्री कमलेश शुक्ल ने पाकिस्तान से आए पूर्व के जत्थों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी तथा उन्हें यहां-वहां स्थापित कराने में आज तक मदद कर रहे हैं।