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Thursday 20 February 2020 05:49:01 PM
नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक बल के पूर्व महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने आज राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य के रूपमें कार्यभार संभाल लिया है। हाल ही में नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी थी। उनकी नियुक्ति आज से अगले 5 साल के लिए होगी। उत्तराखंड से पहलीबार किसी सेवानिवृत्त अफसर को एनडीएमए में यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। केंद्र सरकार का कहना है कि तटरक्षक बल में लंबा अनुभव रखने वाले राजेंद्र सिंह के होने से एनडीएमए को उनकी विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार ने एनडीएमए के तीन सदस्यों के लिए अधिसूचना जारी की थी, जिसमें राजेंद्र सिंह भी शामिल हैं। इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने राजेंद्र सिंह को आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया था। उन्हें मंत्री का दर्जा भी दिया गया था।
देहरादून के जौनसार बावर क्षेत्र के गांव बिरमऊ के रहने वाले राजेंद्र सिंह 1980 में तटरक्षक बल में शामिल हुए थे। उनकी प्राथमिक और उच्च शिक्षा मसूरी और देहरादून में हुई है। कोस्ट गार्ड में महानिदेशक के तौरपर अपने कार्यकाल में राजेंद्र सिंह के प्रयासों से ही उत्तराखंड में तटरक्षक भर्ती केंद्र का रास्ता साफ हुआ। उन्होंने सेवानिवृत्ति से पहले इसका शिलान्यास भी करवाया था। इसी प्रकार एनडीएमए के सदस्य कमल किशोर का कार्यकाल अगले 5 वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है और नया कार्यकाल 16 फरवरी से प्रभावी भी हो गया है, इससे पहले कमल किशोर संयुक्तराष्ट्र विकास कार्यक्रम में आपदा निवारण विशेषज्ञ के तौरपर काम कर रहे थे। कृष्ण वत्स (पॉलिसी एडवाइजर, डिजास्टर रिकवरी, क्लाइमेट चेंज ऐंड डिजास्टर रिस्क रिडक्शन, यूएनपीडी) और रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन को भी प्राधिकरण का सदस्य नियुक्त किया गया है।