स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 22 February 2020 05:11:16 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ में नव निर्मित भवन का लोकार्पण किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा है कि भारतरत्न राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन के नाम पर यह विश्वविद्यालय उच्चशिक्षा से वंचित ग़रीब एवं कमजोर वर्ग के बच्चों एवं अन्य लोगों को उच्चशिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ का अपना भवन बन जाने से इसके कार्यक्रमों एवं नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय कार्यालय में ‘संविधान की प्रस्तावना’ की होर्डिंग लगाया जाना यह दर्शाता है कि यहां के लोग राष्ट्र के सम्मान के प्रति कितना लगाव रखते हैं। उन्होंने कहा कि यहां संविधान में उल्लिखित अधिकारों और कर्तव्यों से संबंधित होर्डिंग भी लगाई जानी चाहिए।
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सभी राज्य विश्वविद्यालयों में संविधान की प्रस्तावना, अधिकार एवं कर्तव्यों का उल्लेख करते हुए होर्डिंग लगाई जाएगी, जिससे विद्यार्थी अध्ययन के समय से ही अपने अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों की भी जानकारी प्राप्त कर सकें। आनंदीबेन पटेल ने 12वीं की शिक्षा के बाद उच्चशिक्षा में कम नामांकन प्रतिशत पर चिंता जाहिर की। उन्होंने राज्य विश्वविद्यालयों में छात्रों का नामांकन प्रतिशत बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि उच्चशिक्षा में नामांकन का प्रतिशत अभी 25.9 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 26.3 से कम है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने 2035 तक उच्चशिक्षा का नामांकन 50 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी विश्वविद्यालयों को नामांकन प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभीसे इस प्रयास में जुड़ना होगा। उन्होंने शिक्षकों से भी अपील की कि वे नामांकन प्रतिशत बढ़ाने में अधिक से अधिक अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जहां प्रवेश के लिए किसी तरह की सीमा एवं आयु का बंधन नहीं है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह खुशी की बात है कि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक 1200 से अधिक अध्ययन केंद्रों के माध्यम से राष्ट्रीय एवं सामाजिक आवश्यकता के अनुरूप 116 शैक्षिक कार्यक्रमों को संचालित कर रहा है, जिसमें सामान्य, कौशल विकास, रोज़गारपरक तथा जागरुकता संबंधी विविध कार्यक्रम सम्मिलित हैं, जो विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय एवं वैश्विक दृष्टि को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के शहीदों के आश्रितों तथा थर्ड जेंडर समुदाय को निःशुल्क शिक्षा देने की विश्वविद्यालय ने जो पहल की है, वह सराहनीय है। राज्यपाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने के अलावा जल का दुरूपयोग रोकने एवं स्वच्छ वातावरण के लिए अपने पास-पड़ोस को साफ सुथरा रखें, जिससे स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कामेश्वरनाथ सिंह, विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, छात्र-छात्राएं और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।