स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 27 February 2020 02:20:07 PM
नई दिल्ली। स्वीडन की संसद रिक्सदग में संविधान समिति के दस सदस्यीय सांसद प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय निर्वाचन आयोग का दौरा किया। रिक्सदग में संविधान समिति की अध्यक्ष और सांसद करिन एनस्ट्रोम के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल के साथ दो संसदीय अधिकारी और नई दिल्ली में स्वीडन दूतावास के दो राजनयिक भी थे। प्रतिनिधिमंडल ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा एवं चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा से मुलाकात की। सुनील अरोड़ा ने स्वीडन प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि भारत निर्वाचन आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, शांतिपूर्ण, समावेशी, सुलभ, नैतिक और सहभागी चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भारत में हुए पिछले राष्ट्रीय चुनावों की समीक्षा भी की।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के आधुनिक साधनों का उपयोग करते हुए पिछले लोकसभा चुनाव और हाल में संपन्न राज्य विधानसभा चुनावों में चुनावीप्रक्रिया को बाधामुक्त और मतदाता अनुकूल बनाने के लिए कई नवीन उपाय किए गए। सुनील अरोड़ा ने कहा कि दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए मतदान को सुलभ करने पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने स्वीडन सांसदों और अधिकारियों को चुनाव आयोग के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी, इसमें नई दिल्ली में भारत ए-वेब यानी एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज सेंटर की स्थापना शामिल है, जहां 115 सदस्यीय संघ के साथ बेहतर कार्यप्रणाली साझा करने और उसकी क्षमता निर्माण के उद्देश्य से प्रलेखन, अनुसंधान और प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत चुनाव आयोग भविष्य में स्वीडन चुनाव प्राधिकरण के साथ काम करने को उत्सुक है।
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र की प्रगति के लिए कई कारगर प्रयास किए हैं। चुनाव आयुक्त सुशील चंद्राने प्रतिनिधिमंडल को चुनाव में धनशक्ति के उपयोग को रोकने के लिए आयोग के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। करिन एनस्ट्रोम ने स्वीडन प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए निर्वाचन आयोग का धन्यवाद किया। उन्होंने स्वीडन की चुनावी प्रणाली के बारे में बताया, जहां एकसाथ नगरपालिका, काउंटी और राष्ट्रीय चुनाव कराए जाते हैं। करिन एनस्ट्रॉम ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल भारतीय चुनावों के परिमाण और इन्हें संपन्न कराने के चुनाव आयोग के तरीकों से प्रभावित है। इस अवसर पर चुनाव आयोग के महासचिव उमेश सिन्हा ने विश्व में सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया के प्रबंधन की संरचना और कामकाज के बारे में प्रस्तुति दी। स्वीडन प्रतिनिधियों को संसदीय चुनाव-2019 पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।