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Thursday 27 February 2020 05:38:12 PM
कानपुर। ला ट्रोब यूनिवर्सिटी और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने भारत में रिसर्च एकेडमी का शुभारंभ कर आपसी साझेदारी का महत्वपूर्ण दौर शुरु किया है। ला ट्रोब के चांसलर जॉन ब्रम्बी एओ ने इस अवसर पर कहा कि रिसर्च एकेडमी से दोनों संगठनों में वैश्विक समस्याएं दूर करने की क्षमता बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि एकेडमी का लक्ष्य सामाजिक, सामुदायिक स्वास्थ्य और तकनीकी चुनौतियों का समाधान देना है। उन्होंने कहा कि रिसर्च एकेडमी आईआईटी कानपुर और ला ट्रोब यूनिवर्सिटी की शोध क्षमताओं को बढ़ावा देगी और विशेषज्ञों को एकजुट करने का वैश्विक शोध केंद्र बनेगी। जॉन ब्रम्बी एओ ने कहा कि रिसर्च एकेडमी से स्वास्थ्य, खाद्य और जल सुरक्षा, शहरी नियोजन और परिवहन की चुनौतियां जैसी तमाम समस्याएं दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि रिसर्च एकेडमी का मकसद शोध और उद्योग प्रमुखों की नई पीढ़ी को प्रशिक्षित करना है। यह रिसर्च एकेडमी कानपुर में होगी।
ला ट्रोब के चांसलर जॉन ब्रम्बी ने बताया कि रिसर्च एकेडमी के व्यापक स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत टयूशन फीस और यात्रा के लिए आर्थिक सहायता देने के साथ ला ट्रोब ने आईआईटी कानपुर के पीएचडी के 40 विद्यार्थियों का ऑस्ट्रेलिया में उत्साह से स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि हमें आईआईटी कानपुर से मजबूत संबंधों का लाभ मिलेगा। आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने कहा कि इस रिसर्च एकेडमी में हमारी साझा प्रतिबद्धताएं दिखेंगी, जो वैश्विक चुनौतियां दूर करने और समुदायों को बेहतर बनाने के लिए हमने कायम रखी हैं। उन्होंने कहा कि रिसर्च एकेडमी की स्थापना से हम बहुत उत्साहित हैं, क्योंकि यह दोनों विश्वविद्यालयों के बीच अटूट साझेदारी को बढ़ावा देगी, शोध का बेहतर परिवेश देगी और इस तरह नए विचारों को जमीनी स्तरपर सकार करने में मदद करेगी। प्रोफेसर अभय करंदीकर ने कहा कि यह साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शोध के लिए अधिक से अधिक अंतर्राष्ट्रीय शोध सहयोग का ब्लूप्रिंट होगी। ला ट्रोब यूनिवर्सिटी ने अमृता विश्वविद्यालय के साथ भी एक सहमति करार पर हस्ताक्षर किए हैं।
अमृता विश्व विद्यापीठम के कुलपति डॉ वेंकट रंगन ने कहा कि चांसलर एएमएमए के नेतृत्व से प्रेरित अमृता का मिशन विद्यार्थियों को आजीवन शिक्षा का ज्ञान देना है। उन्होंने कहा कि हम सतत विकास के लिए सहानुभूतिपूर्ण शोध के बल पर ला ट्रोब विश्वविद्यालय के साथ इस रणनीतिक साझेदारी से अपना वैश्विक प्रभाव और अधिक समृद्ध बनाएंगे। गौरतलब है कि ला ट्रोब ऑस्ट्रेलिया-भारत बिज़नेस एक्सचेंज-2020 के लिए ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा प्रतिनिधियों के 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व ऑस्ट्रेलियाई व्यापार, पर्यटन और निवेश मंत्री साइमन बर्मिंघम ने किया है। ला ट्रोब का भारत के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध है, इसकी कई मिसालें हैं जैसे ला ट्रोब का ऑस्ट्रेलिया के दो विश्वविद्यालयों में एक होना, जिनमें हिंदी पढ़ाई जाती है, वर्ष 1968 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मेजबानी करना, वर्ष 2019 में अभिनेता शाहरुख खान को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करना और भारत की एक महत्वाकांक्षी महिला शोधकर्ता को पीएचडी स्कॉलरशिप प्रदान करना आदि। अमृता विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करार भी भारत और ला ट्रोब यूनिवर्सिटी का महत्वपूर्ण कदम है।