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Thursday 04 April 2013 11:30:09 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय आबकारी खुफिया महानिदेशालय मुख्यालय के अधिकारियों ने मैसर्स शिव वाणी ऑयल एंड गैस एक्स्प्लोरेशन सर्विसेज लिमिटेड तथा लार्सन एंड टूब्रो के सब-कांट्रैक्टरों के खिलाफ सेवाकर चोरी का मामला दर्ज किया है। केंद्रीय आबकारी खुफिया महानिदेशालय के अधिकारियों को कुछ ऐसी सूचना मिली कि नई दिल्ली के सेक्टर-5, पुष्प विहार इलाके के एनवीसीसी प्लाज़ा में स्थित मैसर्स शिव वाणी ऑयल एंड गैस एक्स्प्लोरेशन सर्विसेस लिमिटेड ने सेवा कर अदा नहीं किया है। यह कंपनी तेल तथा गैस के सर्वेक्षण तथा अन्वेषण का काम करती है और ओएनजीसी तथा ऑयल इंडिया लिमिटेड को ये अपनी सेवाएं प्रदान करती है। उन्होंने इस बात की पुष्टि की, कि आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने टैक्स जमा नहीं किया। एक अनुमान के अनुसार 200 करोड़ रूपये तक का सर्विस टैक्स उन्हें जमा करना था।
एलएंडटी के ठेकेदारों की 200 करोड़ रूपये से अधिक सर्विस टैक्स अदा करने में कोताही को लेकर केंद्रीय आबकारी खुफिया महानिदेशालय ने लार्सन एंड टूब्रो के सब कांट्रैक्टरों के खिलाफ सेवा कर जमा करने का मामला दर्ज किया है। विभाग ने प्राप्त एक सूचना के आधार पर कंपनी के ठेके पर दिए गए चैन्नई, कोलकाता, कोयंबतूर, भुवनेश्वर के कार्यालयों में तलाशी ली गई। खुफिया कार्रवाईयों से ये पता चला है कि कई ठेकेदार मैसर्स एलएंडटी कंस्ट्रक्शन ईसीसी डिविजन चैन्न्ई के पैनल में हैं और उन्हें विभिन्न तरह के 'वर्क आर्डर' समय समय पर एलएंडटी से ठेके पर दिए जाते हैं।
केंद्रीय आबकारी खुफिया महानिदेशालय के अधिकारियों का मानना है कि इस जुर्म के लिए ठेकेदार जिम्मेवार हैं। उन्हें एलएंडटी से सेवा कर की ये राशि तो मिलती है, लेकिन वे इन्हें सरकारी खाते में अदा नहीं कर रहे। ठेकेदार की ये कंपनियां नियमित तौर पर एसटी-3 फार्म नहीं भरतीं। ठेके पर ली गई इन कंपनियों के बहीखातों में अनियमितताएं पाई गई हैं। ऐसा अनुमान है कि मैसर्स एलएंडटी की ठेकेदारी के आधार पर चल रही कंपनियों ने लगभग 100 करोड़ रूपये तक का सर्विस टैक्स नहीं अदा किया है।