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Monday 2 March 2020 02:22:39 PM
रांची। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार भारत की शानदार मौलिक हस्तकला और शिल्प को अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य कर रही है। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा और मुख्तार अब्बास नक़वी ने रांची के हरमू ग्राउंड हरमू चौक में हुनर हाट का उद्घाटन किया, जिसका आयोजन केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय यहां 8 मार्च तक करेगा। झारखंड में हुनर हाट का पहलीबार आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय का यह 21 वां हुनर हाट है। अर्जुन मुंडा ने कहा कि भारत की परम्परागत हस्तकला और शिल्प को अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार अवसर उपलब्ध कराने और पहचान दिलाने के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय आपसी तालमेल के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हुनर हाट आर्थिक विकास की मुख्यधारा में आम लोगों की साझेदारी सुनिश्चित करने का एक प्रभावी मिशन है।
जनजातीय कार्य मंत्री ने कहा कि हुनर हाट भारत की हस्तकला और शिल्प की स्वदेशी विरासत को बाज़ार और अवसर उपलब्ध कराने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हुनर हाट भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक छत के नीचे समझने का शानदार मंच साबित हुआ है। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि जहां एक ओर हुनर हाट ने कौशल को काम सुनिश्चित किया है, वहीं दूसरी ओर इसने भारत की हस्तकला और शिल्प की विरासत को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दी है। उन्होंने कहा कि 13-23 फरवरी को इंडिया गेट लॉन राजपथ नई दिल्ली में हुनर हाट में जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के कारीगरों, शिल्पियों विशेषकर महिला शिल्पियों को बढ़ावा दिया और 23 फरवरी को उन्होंने मन की बात में भी हुनर हाट एवं खूबसूरत हस्तशिल्प उत्पादों की सराहना की थी, उन्होंने हस्तकला और शिल्प की शानदार विरासत को प्रोत्साहन देने की सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई। उन्होंने बताया कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही तरह के 17 लाख से अधिक आगंतुकों ने इंडिया गेट लॉन राजपथ नई दिल्ली में हुनर हाट का दौरा किया था।
अल्पसंख्यक कल्याण कार्य मंत्री ने कहा कि रांची में हुनर हाट में 125 मंडप बनाए गए हैं, जहां महिला कारीगरों सहित देशभर के 250 से ज्यादा कारीगर और शिल्पी भाग ले रहे हैं, कारीगर अपने साथ देश के कोने-कोने से दुर्लभ हस्तनिर्मित स्वदेशी उत्पाद लाए हैं, आगंतुक यहां रोजाना विभिन्न राज्यों के परम्परागत व्यंजनों का लुत्फ उठाएंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखेंगे। उन्होंने कहा कि 3 साल में बड़ी संख्या में महिला कारीगरों सहित 3 लाख से ज्यादा कारीगरों, हस्तशिल्पियों, पाककला विशेषज्ञों और उनसे संबंधित लोगों को हुनर हाट के माध्यम से रोज़गार और रोज़गार के अवसर मुहैया कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ने इन कारीगरों और इनके मौलिक उत्पादों का गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस पर पंजीकरण करने की प्रक्रिया आरम्भ की है। उन्होंने कहा कि अनेक निर्यात संवर्धन परिषदों ने इन कारीगरों और हस्तशिल्पियों के हस्तनिर्मित उत्पादों को बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार उपलब्ध कराने में दिलचस्पी दिखाई है, भारतीय पैकेजिंग संस्थान इन कारीगरों को पैकेजिंग के अपने तरीकों में सुधार लाने और उन्हें ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि अगला हुनर हाट 13 से 22 मार्च को चंडीगढ़ में होगा और गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, पुद्दुचेरी, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर और अन्य स्थानों में भी इसका आयोजन किया जाएगा। अबतक हुनर हाट का आयोजन देश के विभिन्न स्थानों जैसे दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुद्दुचेरी और इंदौर में किया जा चुका है। रांची में हुनर हाट में उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश खन्ना, रांची से सांसद संजय सेठ, झारखंड के पूर्व मंत्री एवं रांची से विधायक सीपी सिंह और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।